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मुंबई में पेट्रोल 86.56 रुपए प्रति लीटर पर पहुंचा, किसी भी मेट्रो में अब तक का सबसे ज्यादा रेट

नई दिल्ली.  पेट्रोल और डीजल के रेट लगातार रिकॉर्ड उच्च स्तरों पर बने हुए हैं। मेट्रो शहरों में सोमवार को पेट्रोल 30 से 32 पैसे और डीजल 39 से 42 पैसे तक महंगा हुआ। मुंबई में पेट्रोल 86.56 रुपए हो गया, जो किसी भी मेट्रो शहर में अब तक का सबसे ज्यादा रेट है। वहीं, आज दिल्ली में पेट्रोल 79.15 रुपए और डीजल 71.15 रुपए प्रति लीटर हो गया। डीजल भी रिकॉर्ड उच्च स्तर पर बना हुआ है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड महंगा होने की वजह से तेल कंपनियां पेट्रोल-डीजल के रेट बढ़ा रही हैं। 

मेट्रो शहरों में पेट्रोल

शहर रविवार को रेट (रुपए/लीटर) सोमवार को रेट (रुपए/लीटर) बढ़ोतरी
दिल्ली 78.84 79.15 31 पैसे
कोलकाता 81.76 82.06 30 पैसे
मुंबई 86.25 86.56 31 पैसे
चेन्नई 81.92 82.24 32 पैसे

मेट्रो शहरों में डीजल

शहर रविवार को रेट (रुपए/लीटर) सोमवार को रेट (रुपए/लीटर) बढ़ोतरी
दिल्ली 70.76 71.15 39 पैसे
कोलकाता 73.61 74.00 39 पैसे
मुंबई 75.12 75.54 42 पैसे
चेन्नई 74.77 75.19 42 पैसे
रेट बढ़ने की 2 वजह: क्रूड में उछाल- 23 अगस्त के बाद क्रूड के रेट 4% बढ़े। ये 74.73 डॉलर प्रति बैरल से 77.44 डॉलर तक पहुंच गया। इस दौरान पेट्रोल 2% महंगा हुआ। दिल्ली में पेट्रोल 23 अगस्त को पेट्रोल 77.58 रुपए प्रति लीटर था। सोमवार को ये 79.15 पर हो गया। तेल कंपनियां अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड के रेट के मुताबिक पेट्रोल-डीजल के रेट हर रोज तय करती हैं। रुपए में गिरावट- भारत अपनी जरूरत का 80% से ज्यादा क्रूड इंपोर्ट करता है। इसके लिए डॉलर में भुगतान किया जाता है। डॉलर के मुकाबले रुपया 71 के सबसे निचले स्तर तक गिर गया। इस साल रुपए में 10% तक गिरावट आई। इससे तेल कंपनियों के लिए क्रूड इंपोर्ट महंगा हुआ।

कैसे सस्ता हो पेट्रोल-डीजल: सरकार चाहे तो टैक्स घटाकर पेट्रोल-डीजल सस्ता कर सकती है। केंद्र सरकार पेट्रोल पर 19.48 रुपए और डीजल पर 15.33 रुपए एक्साइज ड्यूटी लगाती है। राज्यों के टैक्स अलग से हैं। दिल्ली में पेट्रोल पर 27% वैट लगता है। मुंबई में ये दर 39.12% है। दिल्ली में डीजल पर वैट की दर 17.24% है। इस तरह पेट्रोल और डीजल के रेट में 40-50% तक टैक्स शामिल होता है। महंगे पेट्रोल-डीजल की ये बड़ी वजह है। केंद्र सरकार ने आखिरी बार एक्साइज ड्यूटी पिछले साल अक्टूबर में 2 रुपए घटाई थी। जबकि, नवंबर 2014 से जनवरी 2016 के बीच इसमें 9 बार बढ़ोतरी की थी। पेट्रोलियम मंत्री ने पिछले महीनों में कई बार कहा कि एक्साइज ड्यूटी नहीं घटाएंगे। तेल की कीमतें काबू में करने के लिए स्थायी समाधान तलाशेंगे। पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाना भी इनमें से एक है। लेकिन, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने पिछले दिनों साफ कहा कि ज्यादातर राज्य इसके पक्ष में नहीं।

3 महीने में बढ़ोतरी का दूसरा लंबा दौर: तेल कंपनियां 26 अगस्त से लगातार पेट्रोल-डीजल के रेट बढ़ा रही हैं। इससे पहले 14 मई से 29 मई तक लगातार 16 दिन तक इजाफा किया था। 29 मई को रेट सबसे उच्च स्तर पर पहुंच गए। उसके बाद अब ये फिर से नए रिकॉर्ड बना रहे हैं।

9 दिन में कितना महंगा हुआ पेट्रोल ?

शहर 26 अगस्त से 3 सितंबर तक बढ़ोतरी
दिल्ली 1.48 रुपए
कोलकाता 1.44 रुपए
मुंबई 1.47 रुपए
चेन्नई 1.55 रुपए

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