मिताली राज का आरोप- कोच रमेश पोवार ने मà¥à¤à¥‡ अपमानित किया
अनà¥à¤à¤µà¥€ बलà¥à¤²à¥‡à¤¬à¤¾à¤œ मिताली राज को महिला टी-20 वरà¥à¤²à¥à¤¡ कप सेमीफाइनल मैच में शामिल न करने के विवाद ने अब बड़ा रूप ले लिया है. मिताली ने कोच रमेश पोवार पर आरोप लगाया है कि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ (मिताली को) नीचा दिखाने की कोशिश की गई है. मिताली ने बीसीसीआई (à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ कà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ कंटà¥à¤°à¥‹à¤² बोरà¥à¤¡) को à¤à¥‡à¤œà¥‡ गठई-मेल के जरिये अपना पकà¥à¤· रखा है. इंडिया टà¥à¤¡à¥‡ के पास उस ई-मेल की कॉपी है.
मिताली ने कोच रमेश पोवार को निशाने पर लिया है. उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पोवार पर à¤à¥‡à¤¦à¤à¤¾à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ नीति अखà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤° करने का आरोप लगाया. साथ ही अपमानित करने की à¤à¥€ बात कही है. मिताली ने डायना à¤à¤¡à¥à¤²à¤œà¥€ पर à¤à¥€ आरोप लगाठहैं. मिताली राज ने लिखा है, 'कोच ने मà¥à¤à¤¸à¥‡ कहा कि ऑसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‡à¤²à¤¿à¤¯à¤¾ के खिलाफ मैच के लिठमैदान पर à¤à¥€ मत आना. मैच के बाद कोच ने कहा- बाहर बैठकर और टीम से डà¥à¤°à¥‰à¤ª होने के बाद कैसा महसूस हो रहा है.'
35 साल की मिताली ने बीसीसीआई को लिखा है कि पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤•à¥‹à¤‚ की समिति (सीओà¤) की सदसà¥à¤¯ डायना à¤à¤¡à¥à¤²à¤œà¥€ ने अपने पद का दà¥à¤°à¥à¤ªà¤¯à¥‹à¤— किया है. मिताली ने कहा, 'डायना à¤à¤¡à¥à¤²à¤œà¥€ ने मà¥à¤à¥‡ बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾ और मेरी पीठमें छà¥à¤°à¤¾ घोंपने वाला काम किया और मेरे साथ जो कà¥à¤› à¤à¥€ किया गया उसे उचित ठहराया.'
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने बीसीसीआई सीईओ राहà¥à¤² जोहरी और कà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ संचालन महापà¥à¤°à¤¬à¤‚धक सबा करीम को लिखे पतà¥à¤° में कहा,‘ मेरे 20 बरस के लंबे करियर में पहली बार मैंने अपमानित महसूस किया. मà¥à¤à¥‡ यह सोचने पर मजबूर होना पड़ा कि देश के लिठमेरी सेवाओं की अहमियत सतà¥à¤¤à¤¾ में मौजूद कà¥à¤› लोगों के लिठहै à¤à¥€ या नहीं या वे मेरा आतà¥à¤®à¤µà¤¿à¤¶à¥à¤µà¤¾à¤¸ खतà¥à¤® करना चाहते हैं .’
उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा,‘मैं टी-20 कपà¥à¤¤à¤¾à¤¨ हरमनपà¥à¤°à¥€à¤¤ के खिलाफ कà¥à¤› नहीं कहना चाहती, लेकिन मà¥à¤à¥‡ बाहर रखने के कोच के फैसले पर उसके समरà¥à¤¥à¤¨ से मà¥à¤à¥‡ दà¥à¤– हà¥à¤†.’ मिताली ने कहा ,‘मैं देश के लिठविशà¥à¤µ कप जीतना चाहती थी. मà¥à¤à¥‡ दà¥à¤– है कि हमने सà¥à¤¨à¤¹à¤°à¤¾ मौका गंवा दिया.’
मिताली ने कहा ,‘मैंने हमेशा डायना à¤à¤¡à¥à¤²à¥à¤œà¥€ पर à¤à¤°à¥‹à¤¸à¤¾ जताया ओर उनका समà¥à¤®à¤¾à¤¨ किया. मैंने कà¤à¥€ यह नहीं सोचा कि वह मेरे खिलाफ अपने पद का दà¥à¤°à¥à¤ªà¤¯à¥‹à¤— करेंगी. खासकर तब, जबकि वेसà¥à¤Ÿà¤‡à¤‚डीज में जो कà¥à¤› मेरे साथ हà¥à¤†, मैं उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बता चà¥à¤•à¥€ थी.’ उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा,‘मà¥à¤à¥‡ सेमीफाइनल से बाहर रखने के फैसले को उनके समरà¥à¤¥à¤¨ से मैं काफी दà¥à¤–ी हूं कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ तो असलियत पता थी.’
पोवार के बारे में उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि à¤à¤¸à¥€ कई घटनाà¤à¤‚ हà¥à¤ˆà¤‚, जब अपमानित महसूस किया. मिताली ने कहा,‘यदि मैं कहीं आसपास बैठी हूं, तो वह निकल जाते थे या दूसरों को नेट पर बलà¥à¤²à¥‡à¤¬à¤¾à¤œà¥€ करते समय देखते थे, लेकिन मैं बलà¥à¤²à¥‡à¤¬à¤¾à¤œà¥€ कर रही हूं तो नहीं रà¥à¤•à¤¤à¥‡ थे. मैं उनसे बात करने जाती, तो फोन देखने लगते या चले जाते.’ मिताली ने कहा,‘यह काफी अपमानजनक था और सà¤à¥€ को दिख रहा था कि मà¥à¤à¥‡ अपमानित किया जा रहा है, इसके बावजूद मैंने अपना आपा नहीं खोया ,’
मिताली ने कहा,‘हालात बेकाबू होने पर मैंने टीम मैनेजर से à¤à¥€ बात की, लेकिनउसके बाद हालात बदतर होते चले गà¤. कोच के लिठमानो मैं टीम में थी ही नहीं.’ मिताली ने कहा कि पोवार ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ ऑसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‡à¤²à¤¿à¤¯à¤¾ के खिलाफ मैच में मैदान पर नहीं आने के लिठकहा. मिताली ने आगे कहा,‘शाम को टीम बैठक के बाद रमेश ने मेरे कमरे में फोन किया और कहा कि मैदान पर नहीं आना, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि वहां मीडिया होगा. मैं सà¥à¤¤à¤¬à¥à¤§ रह गई कि मेरे टीम के साथ होने से मीडिया को कà¥à¤¯à¤¾ दिकà¥à¤•à¤¤ है. हमारे सबसे बड़े मैच में मà¥à¤à¥‡ अपनी टीम से अलग रहने को कहा गया.’
गौरतलब है कि à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ महिला टी-20 कपà¥à¤¤à¤¾à¤¨ हरमनपà¥à¤°à¥€à¤¤ कौर और वनडे कपà¥à¤¤à¤¾à¤¨ मिताली राज बीसीसीआई अधिकारियों से मिली चà¥à¤•à¥€ हैैं. मिताली को टी-20 विशà¥à¤µ कप सेमीफाइनल में फिट होने के बावजूद अंतिम-11 से बाहर बैठा दिया गया था. सेमीफाइनल में à¤à¤¾à¤°à¤¤ की आठविकेट से करारी मिलने के बाद à¤à¥€ हरमनपà¥à¤°à¥€à¤¤ कौर इस फैसले को ठीक ठहराती दिखीं. इस विवाद पर दोनों वरिषà¥à¤ खिलाड़ी और मैनेजर तृपà¥à¤¤à¤¿ à¤à¤Ÿà¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤°à¥à¤¯ पिछले दिनों बीसीसीआई सीईओ राहà¥à¤² जोहरी और जीà¤à¤® सबा करीम से मिलीं.
टूरà¥à¤¨à¤¾à¤®à¥‡à¤‚ट में ऑसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‡à¤²à¤¿à¤¯à¤¾ के खिलाफ मैच में घà¥à¤Ÿà¤¨à¥‡ की चोट के कारण मिताली बाहर थीं, लेकिन उससे पहले खेले गठदो मैचों में उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने लगातार अरà¥à¤§à¤¶à¤¤à¤•à¥€à¤¯ पारियां खेली थीं. सेमीफाइनल मैच से à¤à¤• दिन पहले उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ फिट घोषित कर दिया गया था. बावजूद इसके पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन ने उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बेंच पर बैठाकर ऑसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥‡à¤²à¤¿à¤¯à¤¾ के खिलाफ जीत हासिल करने वाली अंतिम à¤à¤•à¤¾à¤¦à¤¶ को बरकरार रखने का फैसला किया.
उधर, à¤à¤¡à¥à¤²à¤œà¥€ का कहना है, 'सीओठइस मामले में खà¥à¤¦ शामिल नहीं होगी. हम कà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ के मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‹à¤‚ में हसà¥à¤¤à¤•à¥à¤·à¥‡à¤ª नहीं करेंगे. अंतिम à¤à¤•à¤¾à¤¦à¤¶ में कौन खेलता है, यह हमारी सरदरà¥à¤¦à¥€ नहीं है और यह किसी और की परेशानी à¤à¥€ नहीं होनी चाहिà¤. इसका फैसला टीम पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन को लेना चाहिà¤. टीम पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन के फैसलों पर सवाल उठाना सीओठका काम नहीं है.'