पहली रैली में पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤‚का गांधी ने मोदी सरकार को चà¥à¤¨-चà¥à¤¨ कर दिया जवाब, बताया- कà¥à¤¯à¤¾ होती है देशà¤à¤•à¥à¤¤à¤¿
लोकसà¤à¤¾ 2019 के चà¥à¤¨à¤¾à¤µ का à¤à¤²à¤¾à¤¨ होने के बाद मंगलवार को कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ ने पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ नरेंदà¥à¤° मोदी के गढ़ गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤ में आज à¤à¤• बड़ी रैली की. CWC की बैठक के बाद गांधी नगर में हà¥à¤ˆ इस रैली में सà¤à¥€ की नजरें पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤‚का गांधी पर टिकी थीं.
कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ महासचिव बनने के बाद पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤‚का गांधी ने पहली बार किसी रैली को संबोधित किया. उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने साफ कर दिया कि उनका इरादा à¤à¤¾à¤·à¤£ देने का नहीं है, लेकिन वे आज अपने दिल की बात करना चाहती हैं. तकरीबन साढ़े सात मिनट के अपने à¤à¤¾à¤·à¤£ में पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤‚का ने दिल की बात कहने के दौरान बिना पीà¤à¤® मोदी का नाम लिठमोदी सरकार पर तीखे कटाकà¥à¤· किठऔर जमकर निशाना साधा.
साबरमती आशà¥à¤°à¤® जाकर आंखों में आंसू आ गà¤
पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤‚का ने कहा कि वे पहली बार गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤ आई हैं. यहां साबरमती के आशà¥à¤°à¤® में जब वे पेड़ों के नीचे, आशà¥à¤°à¤® में गईं तो उनकी आंखों से आंसू आ गà¤. पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤‚का ने कहा कि मैं पहली बार गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤ आई हूं और पहली बार साबरमती के उस आशà¥à¤°à¤® में गई जहां से महातà¥à¤®à¤¾ गांधी जी ने इस देश की आज़ादी का संघरà¥à¤· शà¥à¤°à¥‚ किया. मैं आपको बता नहीं सकती कि वहां उस आशà¥à¤°à¤® में पेड़ों के नीचे बैठे हà¥à¤, à¤à¤œà¤¨ सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ हà¥à¤ मेरे दिल में कà¥à¤¯à¤¾ à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ जागी. à¤à¤¸à¤¾ लगा कि बस मेरे आंसू आने वाले हैं तो फिर मैंने उन देशà¤à¤•à¥à¤¤à¥‹à¤‚ के बारे में सोचा, जिनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने देश के लिठअपनी जान दी, सब कà¥à¤› तà¥à¤¯à¤¾à¤— कर दिया. उनके बलिदानों पर इस देश की नींव डली है. वहां बैठे हà¥à¤ मन में ये बात आई कि ये देश, पà¥à¤°à¥‡à¤®, सदà¥à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ और आपसी पà¥à¤¯à¤¾à¤° के आधार पर बना है.
जागरूकता से बड़ी कोई देशà¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ नहीं
पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤‚का गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हà¥à¤ कहा कि आज जो कà¥à¤› देश में हो रहा है, उससे दà¥à¤– होता है. इससे बड़ी कोई देशà¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ नहीं है कि आप जागरूक बनें. आपकी जागरूकता à¤à¤• हथियार है. आपका वोट à¤à¤• हथियार है, लेकिन ये à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ हथियार है जिससे किसी को चोट नहीं पहà¥à¤‚चानी, किसी का नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨ नहीं पहà¥à¤‚चाना. ये à¤à¤• à¤à¤¸à¤¾ हथियार है जो आपको मज़बूत करेगा.
फिजूल के मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡ नहीं उठने चाहिà¤
पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤‚का ने कहा कि आपको बहà¥à¤¤ गहराई से सोचना होगा कि ये चà¥à¤¨à¤¾à¤µ कà¥à¤¯à¤¾ है. इसमें आप कà¥à¤¯à¤¾ चà¥à¤¨à¤¨à¥‡ जा रहे हैं. इसमें आप अपना à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ चà¥à¤¨à¤¨à¥‡ जा रहे हैं. फ़िज़ूल के मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡ नहीं उठने चाहिये. जो मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡ उठने चाहिà¤, वो ये होने चाहिठकि आपके लिठसबसे महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ कà¥à¤¯à¤¾ है. आप आगे कैसे बढ़ेंगे. नौजवानों को रोजगार कैसे मिलेगा. महिलाà¤à¤‚ अपने आपको कैसे सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ महसूस करेंगी. किसानों के लिठकà¥à¤¯à¤¾ किया जाà¤à¤—ा, ये चà¥à¤¨à¤¾à¤µà¥€ मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡ हैं. आपकी जागरूकता ही इन मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‹à¤‚ को आगे ला सकती है.
उनसे पूछिà¤, कहां गठ15 लाख और 2 करोड़ नौकरियां
पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤‚का ने कहा कि मैं आपसे आगà¥à¤°à¤¹ करना चाहती हूं कि सोचसमठकर इस बार आप निरà¥à¤£à¤¯ लें. जो आपके सामने बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, बड़े-बड़े वादे करते हैं, उनसे पूछिये कि जो दो करोड़ रोजगार देने का उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने आपको वचन दिया था, वो रोजगार कहां है. उनसे पूछिठकि जो 15 लाख आपके खाते में आने वाले थे, वे कहां हैं. जिन महिलाओं की सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾ की बात वो करते थे, उन महिलाओं को किसने पूछा इन पांच सालों में.
अगले दो महीने में तमाम मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡ उछाले जाà¤à¤‚गे
पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤‚का ने कहा कि सही सवाल करिठइस चà¥à¤¨à¤¾à¤µ में. आने वाले दो महीने में आपके सामने तमाम मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡ उछाले जाà¤à¤‚गे. आपकी जागरूकता ही इस देश को बनाà¤à¤—ी. ये आपकी जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ है, आपकी देशà¤à¤•à¥à¤¤à¤¿ इसी में पà¥à¤°à¤•à¤Ÿ होनी चाहिà¤. जहां से हमारी आजादी की लड़ाई की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ हà¥à¤ˆ थी, जहां से गांधी जी ने पà¥à¤°à¥‡à¤® और सदà¥à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ और अहिंसा की आवाज उठाई थी, मैं सोचती हूं कि यहीं से आवाज उठनी चाहिà¤.
जो फितरत की बात करते हैं, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ देश की फितरत बताà¤à¤‚
पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤‚का गांधी ने पीà¤à¤® नरेंदà¥à¤° मोदी की फितरत वाली बात पर à¤à¥€ जवाब दिया. पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤‚का ने कहा कि जो आपके सामने अपनी फितरत की बात करते हैं, उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आप बताइठकि इस देश की फ़ितरत कà¥à¤¯à¤¾ है. देश की फितरत है कि जरà¥à¤°à¥‡-जरà¥à¤°à¥‡ में सचà¥à¤šà¤¾à¤ˆ ढूंढकर निकालेगी. इस देश की फितरत है कि नफरत की आवाज को पà¥à¤°à¥‡à¤® और करà¥à¤£à¤¾ में बदलेगी. ये आवाज आप यहां से उठाइà¤.
देश की हिफाजत आप करेंगे, कोई और नहीं
आने वाले दिनों में आप सही निरà¥à¤£à¤¯ लीजिà¤, सही मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡ उठाइà¤, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि ये देश आपका है. आपने इसे बनाया है. महिलाओं, किसानों, यà¥à¤µà¤¾à¤“ं ने इसे बनाया है. और किसी ने ये देश नहीं बनाया है. कोई और नहीं, बलà¥à¤•à¤¿ आप ही इस देश की हिफाजत कर सकते हैं. इस जिमà¥à¤®à¥‡à¤¦à¤¾à¤°à¥€ को समà¤à¤¿à¤. ये आजादी की लड़ाई से कम नहीं है. पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤‚का ने संवैधानिक संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं का जिकà¥à¤° करते हà¥à¤ कहा कि हमारी संसà¥à¤¥à¤¾à¤à¤‚ मिटाई जा रही हैं. इस देश को बचाने के लिठआप सबको आना पड़ेगा.