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स्टेच्यु ऑफ वननेस से बनेगा ओंकारेश्वर वैश्विक महत्व का स्थल- मुख्यमंत्री चौहान

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है‍कि ओंकारेश्वर में 108 फीट की आचार्य शंकर की बहुधातु प्रतिमा की स्थापना, संग्रहालय और अंतर्राष्ट्रीय वेदान्त संस्थान की स्थापना का प्रकल्प मध्यप्रदेश को पूरे विश्व से जोड़ने का कार्य करेगा। वस्तुत: यह एक राज्य का कार्य नहीं, मध्यप्रदेश की सीमाओं के बाहर देश के प्रमुख आचार्यों की सभा और संतों के आशीर्वाद से सम्पन्न किया जाने वाला महत्वाकांक्षी प्रकल्प है। स्टेच्यु ऑफ वननेस के निर्माण के पीछे भाव यह है कि मत-मतांतर, विद्वेष और वैमनस्य के भाव को समाप्त कर अद्वैत वेदांत के महत्व से जन-जन को अवगत करवाएगा। यह स्थान आचार्य शंकर के संपूर्ण जीवन दर्शन से अवगत करवाने, उनके अद्वैत वेदांत की अभिव्यक्ति, आने वाली पीढ़ी के चरित्र निर्माण, पर्यावरण संरक्षण, मठाम्नाय परम्परा, सामाजिक-सांस्कृतिक परिवर्तन, विश्व-कल्याण और वसुधैव कुटुम्बकम के भाव के विकास के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण स्थल के रूप में उभरेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा "धर्म की जय, अधर्म का नाश, प्राणियों में सद्भावना, विश्व का कल्याण'' हमारा मुख्य उद्देश्य है। इस प्रकल्प से जुड़े कार्यों की निरंतर समीक्षा भी होगी।

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मंत्रालय में आचार्य शंकर सांस्कृतिक एकता न्यास के न्यासी मंडल की दूसरी बैठक को संबोधित कर रहे थे। प्रमुख संत और न्यास सदस्य स्वामी अवेधशानंद गिरि जी महाराज, स्वामी परमात्मानंद सरस्वती जी महाराज, स्वामी चिदानन्दपुरी जी, स्वामी हरिब्रम्हेन्द्रानंद जी महाराज, श्री मुकुल कानिटकर जी, स्वामी मित्रानंद जी, पद्मश्री वी.आर. गौरीशंकर जी एवं स्वामी वेदतत्वानंदजी उपस्थित थे। स्वामी स्वरूपानंद जी, चिन्मय मिशन, आस्ट्रेलिया और निवेदिता दीदी विवेकानंद केन्द्र कन्याकुमारी ने वुर्चअल भागीदारी की। 

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