नोटबंदी के बाद पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ नरेंदà¥à¤° मोदी का पहला इंटरवà¥à¤¯à¥‚, जानें 10 बड़ी बातें
à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ अरà¥à¤¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ के लिठविमà¥à¤¦à¥à¤°à¥€à¤•à¤°à¤£ à¤à¤• गेमचेंजर था इस पर विशेषजà¥à¤žà¥‹à¤‚ का फैसला अà¤à¥€ बाकी है, लेकिन इस अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨ के 50 दिन पूरे होने के अवसर पर पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ नरेंदà¥à¤° मोदी ने इसकी हो रही आलोचनाओं को दरकिनार कर दिया.
8 नवंबर को 500 और हजार के नोट पर पाबंदी लगाने के बाद अपने पहले और इंडिया टà¥à¤¡à¥‡ को दिठà¤à¤•à¥à¤¸à¤•à¥à¤²à¥‚सिव इंटरवà¥à¤¯à¥‚ में मोदी ने कहा कि विमà¥à¤¦à¥à¤°à¥€à¤•à¤°à¤£ ने कालेधन को खà¥à¤²à¥‡ में ला दिया और साथ ही ये à¤à¥€ दावा किया कि यह फैसला कà¥à¤› समय के अपà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ लाठके लिठनहीं बलà¥à¤•à¤¿ लंबी अवधि के संरचनातà¥à¤®à¤• बदलाव को देखते हà¥à¤ लिठगठहैं.
मोदी ने कहा, ‘आपको यह समà¤à¤¨à¤¾ होगा कि हमने विमà¥à¤¦à¥à¤°à¥€à¤•à¤°à¤£ का यह फैसला अलà¥à¤ªà¤¾à¤µà¤§à¤¿ के अपà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤ लाठके लिठनहीं, दीरà¥à¤˜à¤¾à¤µà¤§à¤¿ के संरचनातà¥à¤®à¤• परिवरà¥à¤¤à¤¨ लाने के लिठलिया है. इसके पीछे हमारा उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ रूप से अरà¥à¤¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ और समाज से काले धन की सफाई, अविशà¥à¤µà¤¾à¤¸ को मिटाने, कृतà¥à¤°à¤¿à¤® दबाव और इससे जà¥à¤¡à¤¼à¥€ अनà¥à¤¯ बीमारियों का इलाज करने का था.’
1. आज à¤à¤¾à¤°à¤¤ à¤à¤• विकसित राषà¥à¤Ÿà¥à¤° और दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ के लीडर के रूप में अपनी निहित कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾à¤“ं को यथारà¥à¤¥ में बदलने के à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• पल में खड़ा है. वह à¤à¤¾à¤°à¤¤ जहां का किसान खà¥à¤¶, नेता समृदà¥à¤§, पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• महिला सशकà¥à¤¤ और यà¥à¤µà¤¾ रोजगार में लगे हों. वह à¤à¤¾à¤°à¤¤ जहां पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• परिवार के पास घर और पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¥‡à¤• घर के पास बिजली, पानी और शौचालय जैसी आम सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤à¤‚ हों. वह à¤à¤¾à¤°à¤¤ जो सà¤à¥€ गंदगियों से सà¥à¤µà¤šà¥à¤› हो.
2. लगातार संशोधनों के बारे में मोदी ने कहा, नीति और रणनीति के बीच में फरà¥à¤• करने में सकà¥à¤·à¤® बनना पड़ेगा और दोनों को à¤à¤• ही टोकरी में नहीं डालें. विमà¥à¤¦à¥à¤°à¥€à¤•à¤°à¤£ का फैसला, जो हमारी नीति को दरà¥à¤¶à¤¾à¤¤à¤¾ है, वो बिलà¥à¤•à¥à¤² अटल और सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ है. मगर हमारी रणनीति को अलग होने की जरूरत थी, संकà¥à¤·à¥‡à¤ª में ये वो पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ कहावत को चरितारà¥à¤¥ करता है ‘तू डाल डाल, मैं पात पात.’
3. अगर आपके इरादे ईमानदार और सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ हैं तो नतीजा सबको दिखेगा. मेरे आलोचक जो à¤à¥€ कहें, मैं इससे कोई वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤—त लाठनहीं देख रहा, यह लोगों के हित में है.
4. यह निरà¥à¤£à¤¯ इतना बड़ा है कि हमारे सबसे अचà¥à¤›à¥‡ अरà¥à¤¥à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤°à¥€ à¤à¥€ अपनी गणना से à¤à¥à¤°à¤®à¤¿à¤¤ हो गठहैं. मगर à¤à¤¾à¤°à¤¤ की 1.25 बिलियन जनता ने इसका दिलोजान से सà¥à¤µà¤¾à¤—त और समरà¥à¤¥à¤¨ किया जबकि उनको बड़ी वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤—त कठिनाइयों का सामना करना पड़ा लेकिन उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ इसकी जरूरत और इसके पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µ का सहज जà¥à¤žà¤¾à¤¨ है.
5. मà¥à¤à¥‡ मेरे कà¥à¤› विरोधियों और खास कर कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ के नेतृतà¥à¤µ को उनकी हताशा दिखाने पर दà¥à¤– होता है. à¤à¤• तरफ वो कहते हैं कि मैंने यह फैसला राजनीतिक फायदे के लिठलिया है तो दूसरी ओर कहते हैं कि लोगों को कठिनाई हो रही है और इस फैसले से वो नाखà¥à¤¶ हैं. ये दोनों à¤à¤• साथ कैसे हो सकता है?
6. सरकारन ने संसद को चलाने की à¤à¤°à¤ªà¥‚र कोशिश की. वितà¥à¤¤ मंतà¥à¤°à¥€ ने कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ से कई मौकों पर डिबेट और संसद को चलने देने की अपील और मैंने à¤à¥€ सदन की कारà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¹à¥€ में à¤à¤¾à¤— लेने का उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ आशà¥à¤µà¤¾à¤¸à¤¨ दिया. मैं दोनों सदनों में बोलना चाहता था. लेकिन, कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ की तरफ के उचित बहस की जगह सदन की कारà¥à¤¯à¤µà¤¾à¤¹à¥€ को पटरी से उतारने का ठोस पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किया गया.
7. राजनीति में à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° की बात को कम करने का यह फैशन खतरनाक है. यह कई अनà¥à¤¯ दोषियों को इसी अंदाज में कवर देता है. लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि मैं राजनीति में à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° को नजरअंदाज करूंगा.
8. मैंने लगातार इस बात पर à¤à¥€ चिंता वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤ की है कि बार बार चà¥à¤¨à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ की हमारी मौजूदा वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ ना सिरà¥à¤« राजनीतिक खरà¥à¤šà¤¾ बढ़ाती है और इससे हमारी अरà¥à¤¥à¤µà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ पर à¤à¥€ चोट पहà¥à¤‚चाती है बलà¥à¤•à¤¿ इससे देश हमेशा चà¥à¤¨à¤¾à¤µà¥€ मà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾ में ही रहता है. हमें इस लगातार हो रहे चà¥à¤¨à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ को रोकने के लिठकदम उठाने होंगे. मैं संसद और विधानसà¤à¤¾ के लिठà¤à¤• साथ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ कराने की संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤“ं को तलाशने की चà¥à¤¨à¤¾à¤µ आयोग की पहल की तारीफ करता हूं.
9. मनमोहन सिंह के विषय में बोले मोदी, ये दिलचसà¥à¤ª है कि मानà¥à¤¯à¥‚मेंटर मिसमैनेजमेंट जैसे शबà¥à¤¦ मनमोहन सिंह जैसे नेता की जà¥à¤¬à¤¾à¤¨ से निकले हैं जो 45 साल इस देश के आरà¥à¤¥à¤¿à¤• सफर में शामिल रहे हैं. डीईठसचिव के मà¥à¤–à¥à¤¯ आरà¥à¤¥à¤¿à¤• सलाहकार से लेकर à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ रिजरà¥à¤µ बैंक के गवरà¥à¤¨à¤°, योजना आयोग के उपाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤·, देश के वितà¥à¤¤ मंतà¥à¤°à¥€ और पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€. इस दौर में ही हमारे समाज का बड़ा तबका गरीबी और अà¤à¤¾à¤µ में जीता आ रहा है. इससे à¤à¥€ दिलचसà¥à¤ª बात ये है कि इतने दशकों में à¤à¥€ वो ये सà¥à¤¨à¤¿à¤¶à¥à¤šà¤¿à¤¤ करने में कामयाब रहे कि उनपर किसी ने आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯à¤œà¤¨à¤• कà¥à¤ªà¥à¤°à¤¬à¤‚धन का आरोप नहीं लगाया.
10. अगर कोई निषà¥à¤ªà¤•à¥à¤·à¤¤à¤¾ के साथ मेरी सरकार के पिछले ढाई साल के कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤² के दौरान लिठगठफैसलों का मूलà¥à¤¯à¤¾à¤‚कन करेगा तो यह मालूम पड़ेगा कि ये गरीब, पिछड़े और हासिठपर खड़े लोगों के हितों को केंदà¥à¤° में रखते हà¥à¤ लिठगठहैं.