केपटाउन में लगी विकेटों की झड़ी, तीन खिलाड़ी दिन में दो बार आउट हुए; दूसरे दिन खत्म हो सकता है मैच
मोहम्मद सिराज की घातक गेंदबाजी की बदौलत दक्षिण अफ्रीका को 55 रन पर ढेर करने के बाद भारतीय टीम बड़ी बढ़त हासिल करती दिख रही थी। उसने 153 रन बना लिए थे और छह विकेट हाथ में थे। विराट कोहली और केएल राहुल जैसे दिग्गज विकेट पर थे, लेकिन यहां लुंगी नगीदी और कैगिसो रबादा ने 11 गेंद के अंदर बिना कोई रन दिए छह विकेट निकाल दिए। भारतीय 153 रन पर सिमट गई और पहली पारी में 98 रन की बढ़त हासिल कर सकी। टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में यह पहली बार है जब किसी टीम के छह विकेट बिना कोई रन बनाए ही गिर गए। न्यूलैंड्स का विकेट बल्लेबाजों के लिए मुसीबत बन गया। पहले ही दिन 23 विकेट गिर गए। द. अफ्रीका ने दूसरी पारी में तीन विकेट पर 62 रन बना लिए हैं।इस मैच में गेंदबाजों का दबदबा इस कदर था कि मैच की पहली पारी में दो और दूसरी पारी में तीन ही बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा छू सके। मैच की तीसरी पारी में भी दो खिलाड़ी दहाई का आंकड़ा नहीं छू पाए। दक्षिण अफ्रीका के कप्तान डीन एल्गर, टोनी डी जॉर्जी और अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे ट्रिस्टन स्टब्स तो दिन में दो बार आउट हो गए। पहले दिन का खेल खत्म होने के बाद भारत के पास 36 रन की बढ़त है। दूसरे दिन टीम इंडिया दक्षिण अफ्रीका को जल्दी आउट कर तीसरे सत्र से पहले ही मैच खत्म कर सकती है।
लंच से पहले सिमटी द. अफ्रीकी टीम
अपना अंतिम टेस्ट मैच खेल रहे डीन एल्गर ने जब टॉस जीतकर बल्लेबाजी को चुना तो उन्हें भी नहीं मालूम था कि यहां की पिच बल्लेबाजों के लिए बड़ी मुसीबत बनने जा रहा है। यहां तक भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने भी कहा कि अगर वह टॉस जीतते तो पहले बल्लेबाजी को चुनते। सिराज ने अपने दूसरे ओवर की दूसरी ही गेंद पर मार्करम (2) को स्लिप में कैच कराया। अगले ओवर में उन्होंने एल्गर (4) को बोल्ड कर दिया। 15 रन के अंदर द. अफ्रीका ने 4 विकेट खो दिए। बेडिंघम (12) और वेरेने (15) ने 19 रन जोड़े, लेकिन सिराज ने इन दोनों को भी आउट कर दिया। शार्दुल की जगह खेलने आए मुकेश कुमार और बुमराह ने लंच से पहले ही प्रथम टेस्ट में पारी और 32 रन से जीतने वाली अफ्रीकी पारी 55 पर समाप्त कर दी।