कानपà¥à¤° टेसà¥à¤Ÿ में इन दो पूरà¥à¤µ कपà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ को बà¥à¤²à¤¾à¤¨à¤¾ à¤à¥‚ल गई बीसीसीआई!
कल सà¥à¤¬à¤¹ कानपà¥à¤° में à¤à¤¾à¤°à¤¤ और नà¥à¤¯à¥‚जीलैंड के बीच जब सीरीज का पहला टेसà¥à¤Ÿ खेला जाà¤à¤—ा तो ये à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ कà¥à¤°à¤¿à¤•à¥‡à¤Ÿ के लिठà¤à¤• à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• मौका होगा। दरअसल ये टीम इंडिया का 500वां टेसà¥à¤Ÿ होगा जिसके चलते इसकी अहमियत बहà¥à¤¤ ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ है और इसके लिठबीसीसीआई ने à¤à¤• à¤à¤µà¥à¤¯ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® का पà¥à¤²à¤¾à¤¨ à¤à¥€ बनाया है। लेकिन, इस समारोह को लेकर नया विवाद उठखड़ा हà¥à¤† है। ये विवाद है पूरà¥à¤µ कपà¥à¤¤à¤¾à¤¨ बिशन सिंह बेदी और गà¥à¤‚डपà¥à¤ªà¤¾ विशà¥à¤µà¤¨à¤¾à¤¥ को आमंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ नहीं करने को लेकर। दरअसल इस मौके पर सà¤à¥€ पूरà¥à¤µ कपà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ को आमंतà¥à¤°à¤¿à¤¤ किया गया है लेकिन इन दोनों दिगà¥à¤—जों को अà¤à¥€ तक बà¥à¤²à¤¾à¤µà¤¾ नहीं गया।
दरअसल, à¤à¤¾à¤°à¤¤ के लिठखेलना हर खिलाड़ी का सबसे बड़ा सपना होता है लेकिन कपà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥€ सबसे बड़ा समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¥¤ और यही वजह है कि जब कोई à¤à¤µà¥à¤¯ समारोह होता है तो सबसे पहला नà¥à¤¯à¥Œà¤¤à¤¾ पूरà¥à¤µ कपà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ को ही जाता है। बीसीसीआई के तमाम अचà¥à¤›à¥‡ इरादों के बावजूद 500वें टेसà¥à¤Ÿ से पहले बोरà¥à¤¡ की राजनीति ने अपना गंदा रूप आखिरकार दिखा ही दिया। इतने बड़े मौके पर दो पूरà¥à¤µ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ कपà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ बिशन सिंह बेदी और गà¥à¤‚डपà¥à¤ªà¤¾ विशà¥à¤µà¤¨à¤¾à¤¥ को सीधे-सीधे नजरअंदाज कर दिया गया। à¤à¤• अखबार को दिठगठइंटरवà¥à¤¯à¥‚ में बेदी ने कहा कि मà¥à¤à¥‡ अà¤à¥€ तक आमंतà¥à¤°à¤£ नहीं मिला है लेकिन इसकी नाराजगी नहीं है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उमà¥à¤° के इस मोड़ पर à¤à¤¸à¥€ बातें मà¥à¤à¥‡ परेशान नहीं करती हैं।
जब आईबीà¤à¤¨7 ने इस मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡ पर बेदी से कैमरे पर बात करनी चाहिठतो उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने मना कर दिया। उनका कहना था कि ये बीसीसीआई का निजी मामला है और मà¥à¤à¥‡ कोई तकलीफ नहीं है। आपलोग इस मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡ को जबरदसà¥à¤¤à¥€ ना उछालें। जब मà¥à¤à¥‡ ही परेशानी नहीं है तो आपलोग कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ परेशान हो रहे हैं। ये इतना बड़ा मà¥à¤¦à¥à¤¦à¤¾ नहीं है।
आमतौर पर हर विवादासà¥à¤ªà¤¦ मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡ पर बीसीसीआई को घेरने वाले बेदी ने अपने मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡ पर शालीनता का परिचय दिया। लेकिन, इस लिसà¥à¤Ÿ में गà¥à¤‚डपà¥à¤ªà¤¾ विशà¥à¤µà¤¨à¤¾à¤¥ ने अà¤à¥€ तक खà¥à¤¦ को शामिल न किठजाने पर चà¥à¤Ÿà¤•à¥€ ली। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने पूछा कि मैंने सिरà¥à¤« 2 टेसà¥à¤Ÿ में कपà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥€ की है। कà¥à¤¯à¤¾ ये योगà¥à¤¯à¤¤à¤¾ निमंतà¥à¤°à¤£ हासिल करने के लिठकाफी है।
दिलचसà¥à¤ª बात ये है कि 22 टेसà¥à¤Ÿ में कपà¥à¤¤à¤¾à¤¨à¥€ करने वाले बेदी की जहां अनदेखी की गई, वहीं बीसीसीआई की तरफ से मैच फिकà¥à¤¸à¤¿à¤‚ग में आजीवन पाबंदी à¤à¥‡à¤² रहे मोहमà¥à¤®à¤¦ अजहरूदà¥à¤¦à¥€à¤¨ इस समारोह में शिरकत करेंगे। जो अपने आप में बीसीसीआई के राजनीतिक रवैये को बयान करने के लिठकाफी है।