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तो इस तरह मुनाफा कमा रही है रिलायंस जिओ | आपको हो रहा है बहुत बड़ा नुकसान , जानें कैसे ?

रिलायंस Jio कंपनी अपने अट्रैक्टिव ऑफर्स को लेकर जहां चर्चा में है, वहीं अब उस पर लग रहे एक आरोप की भी चर्चा हो रही है।कहां भेजा जा रहा है डाटा?आप भी चेक कर सकते हैं कौन-सा डाटा शेयर हो रहा है-

कंपनी पर आरोप लगा है कि वह यूजर का डाटा US और सिंगापुर के टारगेट बिजनेस नेटवर्क्स तक भेज रही है।

- यह दावा हैकिंग ग्रुप hacktivist ने किया है। ग्रुप कहना है कि वह जल्द ही रिलायंस जियो कंपनी और सरकार का डाटा हैक करके दिखाएगा।
- ये हैकिंग ग्रुप ट्विटर पर AnonIndia (@redteamin) के नाम से एक्टिव है।
- हैकिंग ग्रुप का दावा है कि रिलायंस jio ये डाटा इसलिए भेज रही है, ताकि इससे यूजर्स के लिए टारगेटेड एडवर्टाइजिंग की जा सके।
- इससे तमाम तरह के प्रोडक्ट बनाने वली कंपनियों को कस्टमर की पसंद-नापसंद समझने में मदद मिलती है।

- इस ग्रुप ने एक डिटेल्ड ब्लॉग में बताया है कि कैसे कोई ये टेस्ट कर सकता है कि रिलायंस Jio डाटा भेज रही है।
- हालांकि, ये बहुत टेक्निकल प्रॉसेस है और ये किसी आम इंसान के बस का नहीं।
- आप अगर इसे ट्राय करना चाहें तो इसके लिए टम्बलर (Tumbler) पर ग्रुप की एक पोस्ट को देख सकते हैं।
- इसमें उन्होंने ये शेयर किया है कि कैसे Jio की शेयरिंग टेक्नीक का पता लगाया जा सकता है।
 
 
Jio ने आरोपों को किया खारिज

- इस पूरे मामले में Jio का कहना है कि कंपनी यूजर्स की प्राइवेसी और सिक्युरिटी के मामले में काफी सजग है और ऐसा कोई भी दावा झूठा है।
- जो भी जानकारी यूजर से ली जा रही है, वो सिर्फ इंटरनल एनालिसिस के लिए है। इससे सिर्फ सर्विस की क्वालिटी बेहतर होगी।
 
कहां भेजा जा रहा है डाटा?

- BusinessLine की रिपोर्ट के मुताबिक, ये डाटा भेजने के लिए दो ऐप्स My Jio और Jio Dialer का इस्तेमाल किया जा रहा है।
- ये दोनों ऐप्स मिलकर Mad-Me नाम के एक नेटवर्क और ऐड एजेंसी को डाटा भेज रहे हैं।

पहले भी लगा है ऐसा आरोप

- रिलायंस Jio पर पहले भी ऐसा आरोप लग चुका है। इससे पहले ग्रुप ने क्लेम किया था कि RJio chat app यूजर का डाटा एक चीनी IP ऐड्रेस पर भेज रहा है।
- इसमें एन्क्रिप्शन का इस्तेमाल भी नहीं था, जिससे डाटा को डिकोड करना आसान था। ग्रुप का दावा था कि ये ऐप चीनी भाषा में ही कोड किया गया था।

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