मोदी का मासà¥à¤Ÿà¤° पà¥à¤²à¤¾à¤¨à¤ƒ ये 10 पà¥à¤°à¥‹à¤œà¥‡à¤•à¥à¤Ÿ बनाà¤à¤‚गे NEW INDIA
पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ नरेंदà¥à¤° मोदी ने हाल ही में रविवार को कशà¥à¤®à¥€à¤° में à¤à¤¾à¤°à¤¤ की सबसे लंबी चेनानी-नशà¥à¤°à¥€ रोड टनल का उदà¥à¤§à¤¾à¤Ÿà¤¨ किया। हालांकि पीà¤à¤® दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उदà¥à¤§à¤¾à¤Ÿà¤¨ किठगठइस टलन को लेकर विपकà¥à¤· पारà¥à¤Ÿà¥€ कांगà¥à¤°à¥‡à¤¸ ने यह कहा है कि इस सà¥à¤°à¤‚ग की नींव यूपीठगवरà¥à¤®à¥‡à¤‚ट के रहते हà¥à¤ˆ थी, जिसे मोदी ने उदà¥à¤§à¤¾à¤Ÿà¤¨ किया।
आपसी राजनीति की बात छोड़ दी जाठतो पीà¤à¤® मोदी के à¤à¤¸à¥‡ 10 शकà¥à¤¤à¤¿à¤¶à¤¾à¤²à¥€ इंफà¥à¤°à¤¾à¤¸à¥à¤Ÿà¥à¤°à¤•à¥à¤šà¤° पà¥à¤°à¥‹à¤œà¥‡à¤•à¥à¤Ÿ है जो 'नà¥à¤¯à¥‚ इंडिया' को दिशा देने का काम करती हैं। आइठआज हम आपको बताते हैं पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤²à¤¾à¤¨ किठगठ10 पà¥à¤°à¥‹à¤œà¥‡à¤•à¥à¤Ÿ के बारे में...
1. सागरमाला पà¥à¤°à¥‹à¤œà¥‡à¤•à¥à¤Ÿ
पहली बार सागरमाला पà¥à¤°à¥‹à¤œà¥‡à¤•à¥à¤Ÿ की घोषणा 15 अगसà¥à¤¤ 2003 को ततà¥à¤•à¤¾à¤²à¥€à¤¨ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ अटल बिहारी बाजपेई ने की थी। यह योजना देश के सà¤à¥€ बंदरगाहों को आपस में जोड़ने से संबदà¥à¤§ है। इसे सागरमाला इसलिठकहा गया है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि परियोजना के अंतरà¥à¤—त देश के सà¤à¥€ पà¥à¤°à¤®à¥à¤– और गैर पà¥à¤°à¤®à¥à¤– बंदरगाहों को नई तकनीक से लैस और समà¥à¤¦à¥à¤° वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤° को बढ़ावा देना शामिल है।
15 अगसà¥à¤¤ 2014 को पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ नरेंदà¥à¤° मोदी ने जेà¤à¤¨à¤ªà¥€à¤Ÿà¥€ में अपने संबोधन के दौरान कहा कि सरकार दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ सागरमाला परियोजना की परिकलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ की गई है। बंदरगाह विशेष आरà¥à¤¥à¤¿à¤• कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° (SEZ) और समà¥à¤¦à¥à¤° तट कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° से रेल, सड़क, हवाई मारà¥à¤— और जल मारà¥à¤— के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ संपरà¥à¤• शामिल होगा। पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ के अनà¥à¤¸à¤¾à¤° समसà¥à¤¤ विशà¥à¤µ वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤° का 2/3 और कंटेनर वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤° का 50 फीसदी हिसà¥à¤¸à¤¾ हिंद महासागर के दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ होता है। अस इस योजना के अंरà¥à¤¤à¤—त 10 तटीय आरà¥à¤¥à¤¿à¤• कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° विकसित किठजाà¤à¤‚गे जो आरà¥à¤¥à¤¿à¤• विकास के केंदà¥à¤° में होंगे।
2. à¤à¤¾à¤°à¤¤à¤®à¤¾à¤²à¤¾ पà¥à¤°à¥‹à¤œà¥‡à¤•à¥à¤Ÿ
सड़क परिवहन मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯ और à¤à¤¨à¤à¤šà¤à¤†à¤ˆ मिलकर à¤à¤¾à¤°à¤¤à¤®à¤¾à¤²à¤¾ पà¥à¤°à¥‹à¤œà¥‡à¤•à¥à¤Ÿ के तहत पोरà¥à¤Ÿ कनेकà¥à¤Ÿà¤¿à¤µà¤¿à¤Ÿà¥€ सà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¨à¥‡ के लिठ82 हाईवे का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ करने की योजना है। इसमें से 18 पà¥à¤°à¥‹à¤œà¥‡à¤•à¥à¤Ÿà¥à¤¸ पर सड़क परिवहन à¤à¤µà¤‚ राजमारà¥à¤— मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯, 32 पà¥à¤°à¥‹à¤œà¥‡à¤•à¥à¤Ÿà¥à¤¸ à¤à¤¨à¤à¤šà¤à¤†à¤ˆ और शेष पà¥à¤°à¥‹à¤œà¥‡à¤•à¥à¤Ÿà¥à¤¸ à¤à¤¨à¤à¤šà¤à¤†à¤ˆ और à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार मिलकर पूरे करेंगे।
à¤à¤¾à¤°à¤¤à¤®à¤¾à¤²à¤¾ पà¥à¤°à¥‹à¤œà¥‡à¤•à¥à¤Ÿ के तहत तटीय और सीमा कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚, धारà¥à¤®à¤¿à¤• और परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ सà¥à¤¥à¤²à¥‹à¤‚ आदि तक नेशनल हाईवे नेटवरà¥à¤• की पहà¥à¤‚च बढ़ाई जाà¤à¤—ी। इसमें 1500 बड़े बà¥à¤°à¤¿à¤œ, 200 रेलवे ओवर बà¥à¤°à¤¿à¤œ और अंडर बà¥à¤°à¤¿à¤œ का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ करने की योजना है। इसके तहत दूरसà¥à¤¥ गà¥à¤°à¤¾à¤®à¥‹à¤‚ से जिला मà¥à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ तक और उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड में चार धाम मारà¥à¤— का सà¥à¤§à¤¾à¤° करना है।
3. मà¥à¤‚बई टà¥à¤°à¤¾à¤‚स हारà¥à¤¬à¤° लिंक, शिवाजी मेमोरियल
करीब 15 à¤à¤•à¤¡à¤¼ के दà¥à¤µà¥€à¤ª पर पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ सà¥à¤®à¤¾à¤°à¤• समंदर में किनारे से डेढ किलोमीटर अंदर होगा। इस सà¥à¤®à¤¾à¤°à¤• मे शिवाजी महाराज का जो पà¥à¤¤à¤²à¤¾ होगा उसकी ऊंचाई घोड़े समेत 192 मीटर है। घोडे पर बैठे हà¥à¤ छतà¥à¤°à¤ªà¤¤à¥€ शिवाजी महाराज के पà¥à¤¤à¤²à¥‡ की उंचाई 114.4 मीटर है। ये सà¥à¤®à¤¾à¤°à¤• करीब 13 हेकà¥à¤Ÿà¥‡à¤¯à¤° के चटà¥à¤Ÿà¤¾à¤¨ पर होगा। यहां à¤à¤• समय में 10 हजार लोग à¤à¤• साथ आ सकते है।
इस सà¥à¤®à¤¾à¤°à¤• पर à¤à¤• à¤à¤®à¥à¤ªà¥€à¤¥à¤¿à¤à¤Ÿà¤°, मंदिर, फूड कोरà¥à¤Ÿ, लाइबà¥à¤°à¥‡à¤°à¥€, ऑडियो गायडेड टूर, थà¥à¤°à¥€ डी-फोर डी फिलà¥à¤®, à¤à¤•à¥à¤µà¥‡à¤°à¤¿à¤¯à¤® जैसी सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤ होंगी। परियोजना की कà¥à¤² लागत 3600 करोड़ रूपये है जिसमें से पहले चरण की लागत 2500 करोड़ रूपये होगी। इसके बाद वह मà¥à¤‚बई टà¥à¤°à¤¾à¤‚स हारà¥à¤¬à¤° लिंक (à¤à¤®à¤Ÿà¥€à¤à¤šà¤à¤²) व दो मेटà¥à¤°à¥‹ परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। यह 22 किलोमीटर लंबी परियोजना दकà¥à¤·à¤¿à¤£ मà¥à¤‚बई को जोड़ेगी। परियोजना 2019 तक पूरी की जानी है।
4. देश की सबसे लंबी रेल-सह-सड़क पà¥à¤², अरूणाचल पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶
पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ के योजनाओं में à¤à¤• अरूणाचल पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में देश की सबसे लंबी रेल-सह-सड़क पà¥à¤² बनाना à¤à¥€ है। डिबà¥à¤°à¥‚गढ़ में बà¥à¤°à¤¹à¥à¤®à¤ªà¥à¤¤à¥à¤° ओवर बà¥à¤°à¤¿à¤œ 'बोगीबील' इस साल दिसंबर तक तैयार हो जाने की संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ है। पूरà¥à¤µà¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤° सीमांत रेलवे के डिपà¥à¤Ÿà¥€ चीफ इंजीनियर के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• यह बà¥à¤°à¤¿à¤œ इस साल दिसंबर तक तैयार हो जाना चाहिà¤à¥¤ काम समय सीमा को पूरा करने के लिठतेजी लाई गई है। पहले से ही, 42 में से 29 गरà¥à¤¡à¤° फैला शà¥à¤°à¥‚ किया गया है।
शेष गरà¥à¤¡à¤°à¥‹à¤‚ जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ तक शà¥à¤°à¥‚ किया जाà¤à¤—ा। 125 मीटर के कà¥à¤² सड़क पà¥à¤² के धेमाजी पकà¥à¤· (उतà¥à¤¤à¤° तट) से बनाया गया है। पà¥à¤² पर रेलवे टà¥à¤°à¥ˆà¤• बिछाने की पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ जलà¥à¤¦ ही शà¥à¤°à¥‚ होगी। सà¥à¤Ÿà¥€à¤² के 70,000 मीटà¥à¤°à¤¿à¤• टन पà¥à¤² के अधिरचना à¤à¤• डेनमारà¥à¤• की इस कंपनी दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ डिजाइन का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ करने के लिठइसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² किया गया था। पà¥à¤² à¤à¥€ रेलवे के पहले पूरी तरह से सà¥à¤Ÿà¥€à¤² वेलà¥à¤¡à¥‡à¤¡ पà¥à¤² है।
5. सेतà¥-à¤à¤¾à¤°à¤¤à¤® योजना
पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ नरेंदà¥à¤° मोदी का à¤à¤• और पà¥à¤°à¥‹à¤œà¥‡à¤•à¥à¤Ÿ सेतà¥-à¤à¤¾à¤°à¤¤à¤® योजना à¤à¥€ है। इसके तहत देश के सà¤à¥€ राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ राजमारà¥à¤—ों को अगले चार साल में रेलवे कà¥à¤°à¤¾à¤¸à¤¿à¤‚ग से फà¥à¤°à¥€ कर दिया जाà¤à¤—ा। इसके लिठ208 जगहों की पहचान की गई है जहां रेलवे फाटक पर पà¥à¤² बनाया जाà¤à¤—ा। इस परियोजना पर 10 हजार करोड़ से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ खरà¥à¤š होंगे। साथ ही 150 से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ पà¥à¤²à¥‹à¤‚ का पà¥à¤¨à¤°à¥à¤¨à¤¿à¤°à¥à¤®à¤¾à¤£ किया जाà¤à¤—ा।
सड़क परिवहन मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯ ने राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ से जरà¥à¤œà¤° पà¥à¤²à¥‹à¤‚ की लिसà¥à¤Ÿ मांगी थी। सरकार को करीब 1000 से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ पà¥à¤²à¥‹à¤‚ की लिसà¥à¤Ÿ मिली है। जिसमें पहले फेज के लिठ150 पà¥à¤²à¥‹à¤‚ का चयन किया गया है। सरकार का लकà¥à¤·à¥à¤¯ है कि अगले चार साल में ये परियोजना पूरी कर ली जाà¤à¥¤ साल 2019 तक राजमारà¥à¤—ों पर रेलवे कà¥à¤°à¤¾à¤¸à¤¿à¤‚ग की अड़चन पूरी तरह दूर करने के लिठलाइनों पर सड़क ओवर-बà¥à¤°à¤¿à¤œ बनाने और पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ पà¥à¤²à¥‹à¤‚ की मरमà¥à¤®à¤¤ सेतॠà¤à¤¾à¤°à¤¤à¤® परियोजना का उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ है। सेतॠà¤à¤¾à¤°à¤¤à¤® परियोजना 50,800 करोड़ रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ की है।
6. राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ राजमारà¥à¤— जिला संजोयोकà¥à¤¤à¤¾ परियोजना
राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ राजमारà¥à¤— जिला संजोयोकà¥à¤¤à¤¾ परियोजना के अंतरà¥à¤—त 60 हजार करोड़ रà¥à¤ªà¤ की लागत से 6,600 किमी हाइवे का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ होगा। सड़क परिवहन और राजमारà¥à¤— मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯ के à¤à¤• सीनियर अधिकारी के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• इस परियोजना के अंतरà¥à¤—त देश के 100 जिलों के हेडकà¥à¤µà¥‰à¤°à¥à¤Ÿà¤°à¥à¤¸ को जोड़ने के लिठसड़कों का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ किया जाà¤à¤—ा।
7. जलमारà¥à¤— विकास योजना
विगत कà¥à¤› वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ में ईंधन की कम खपत करने, परà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¥à¤•à¥‚ल और ससà¥à¤¤à¥‡ परिवहन के साधन के कारण अंतरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥€à¤¯ जल परिवहन दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ कारà¥à¤—ो ढà¥à¤²à¤¾à¤ˆ का रà¥à¤à¤¾à¤¨ काफी बà¥à¤¾ है। साथ ही सरकार दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¥€ इस कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में विशेष पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ किठजा रहे है। इस दृषà¥à¤Ÿà¤¿ से सरकार दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ घोषित ‘जलमारà¥à¤— विकास परियोजना’ का महतà¥à¤¤à¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ है। इसके अंतरà¥à¤—त इलाहाबाद à¤à¤µà¤‚ हलà¥à¤¦à¤¿à¤¯à¤¾ के बीच (राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ जलमारà¥à¤—-1) तीन मीटर गहरा जलमारà¥à¤— विकसित करना है। मारà¥à¤š, 2016 में इस परियोजना पर कारà¥à¤¯ आरंठहà¥à¤†à¥¤
- मारà¥à¤š, 2016 में हलà¥à¤¦à¤¿à¤¯à¤¾ से इलाहाबाद के बीच राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ राजमारà¥à¤—-1 की 1620 किलोमीटर दूरी को वà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤¾à¤°à¤¿à¤• उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ से सà¥à¤—म बनाने हेतॠविशà¥à¤µ बैंक के आरà¥à¤¥à¤¿à¤• सहयोग वाली ‘जलमारà¥à¤— विकास योजना’ पर कारà¥à¤¯ शà¥à¤°à¥‚ हो चà¥à¤•à¤¾ है।
- इस योजना के तहत इलाहाबाद से हलà¥à¤¦à¤¿à¤¯à¤¾ के बीच 1620 किलोमीटर लंबा जलमारà¥à¤— विकसित किया जाना है।
- इससे इस मारà¥à¤— पर कम से कम 1500-2000 टन तक के à¤à¤¾à¤° वाले पोत चल सकेंगे।
- इस परियोजना का कारà¥à¤¯à¤¾à¤¨à¥à¤µà¤¯à¤¨ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ अंतरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥€à¤¯ जलमारà¥à¤— पà¥à¤°à¤¾à¤§à¤¿à¤•à¤°à¤£ कर रहा है।
- परियोजना को छह वरà¥à¤·à¥‹à¤‚ के अंदर पूरा किठजाने का लकà¥à¤·à¥à¤¯ रखा गया है।
- परियोजना के अंतरà¥à¤—त चरण-1 का विसà¥à¤¤à¤¾à¤° हलà¥à¤¦à¤¿à¤¯à¤¾-वाराणसी के मधà¥à¤¯ तक है।
- योजना के अंतरà¥à¤—त नदी परिवहन तकनीक को विकसित करने, नदी परिरकà¥à¤·à¤£ तथा संरकà¥à¤·à¤£, संरचनातà¥à¤®à¤• सà¥à¤§à¤¾à¤°, आधà¥à¤¨à¤¿à¤• नदी सूचना पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ (आरआईà¤à¤¸), डिजिटल जीपीà¤à¤¸, रातà¥à¤°à¤¿ जलपोत सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤à¤‚ à¤à¤µà¤‚ चैनल अंकन पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€, फरकà¥à¤•à¤¾ में नवीन नौवहन ताले का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ शामिल है।
- रेल और सड़क संपरà¥à¤• के साथ मलà¥à¤Ÿà¥€à¤®à¥‰à¤¡à¤² टरà¥à¤®à¤¿à¤¨à¤² का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ हलà¥à¤¦à¤¿à¤¯à¤¾, वाराणसी à¤à¤µà¤‚ साहिबगंज में किया जाà¤à¤—ा। -
8. गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤-गोरखपà¥à¤° गैस पाइपलाइन परियोजना
सारà¥à¤µà¤œà¤¨à¤¿à¤• कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° की इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) की योजना देश की सबसे बड़ी LPG पाइपलाइन बिछाने की है। यह पाइपलाइन गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤ के तट से उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ में गोरखपà¥à¤° के बीच बिछाई जाà¤à¤—ी। कंपनी इसके जरिठदेश की बढती रसोई गैस मांग को पूरा करना चाहती है।
आईओसी ने à¤à¤• आवेदन में कहा है कि उसकी योजना कांडला, गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤ में à¤à¤²à¤ªà¥€à¤œà¥€ आयात करने की है। इसे वह 1987 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन के जरिठवाया अहमदनगर (गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤), à¤à¥‹à¤ªà¤¾à¤² (मधà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶) व कानपà¥à¤°, इलाहाबाद, वाराणसी तथा लखनऊ (उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶) तक लेकर जाà¤à¤—ी।
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9. चारधाम हाईवे पà¥à¤°à¥‹à¤œà¥‡à¤•à¥à¤Ÿ
पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ नरेंदà¥à¤° मोदी ने उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड की राजधानी देहरादून में 'चारधाम महामारà¥à¤— विकास परियोजना' की आधारशिला रखी। इस योजना का मकसद सà¤à¥€ धामों को à¤à¤• रासà¥à¤¤à¥‡ से जोड़ना है। इस परियोजना से उतà¥à¤¤à¤°à¤¾à¤–ंड के परà¥à¤¯à¤Ÿà¤¨ उदà¥à¤¯à¥‹à¤— की तसà¥à¤µà¥€à¤° बदलेगी और इसके साथ ही हजारों सालों से चली आ रही चारधाम यातà¥à¤°à¤¾ के दौरान आने वाली परेशानियों से à¤à¥€ निजात मिल जाà¤à¤—ी। इस परियोजना के ढांचे और खरà¥à¤šà¥‡ की बात करें तो नेशनल हाइवे के तहत शà¥à¤°à¥‚ होने वाली इस सड़क परियोजना की लंबाई 900 किमी होगी। इसके निरà¥à¤®à¤¾à¤£ में 12,000 करोड़ रà¥à¤ªà¤ खरà¥à¤š किठजाà¤à¤‚गे।
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10. चेनाब नदी पर दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ का सबसे ऊंचा बà¥à¤°à¤¿à¤œ
à¤à¤¾à¤°à¤¤ का à¤à¤• और अजूबा जमà¥à¤®à¥‚-कशà¥à¤®à¥€à¤° में चेनाब नदी के ऊपर विशà¥à¤µ का सबसे बड़ा पà¥à¤² बनने जा रहा है। रेलवे अधिकारियों की मानें तो यह पà¥à¤² दिलà¥à¤²à¥€ के कà¥à¤¤à¥à¤¬ मीनार से 5 गà¥à¤£à¤¾ जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ ऊंचा होगा। यह पेरिस के à¤à¤«à¤¿à¤² टावर से à¤à¥€ ऊंचा है। यह पà¥à¤² बारामूला को उधमपà¥à¤°-कटरा-काजीगंद के रासà¥à¤¤à¥‡ जमà¥à¤®à¥‚ से जोड़ेगा। इस पà¥à¤² से होकर बारामूला से जमà¥à¤®à¥‚ तक का रासà¥à¤¤à¤¾ तकरीबन साढ़े छह घंटे में तय किया जा सकेगा।
अà¤à¥€ यह रासà¥à¤¤à¤¾ तय करने में दोगà¥à¤¨à¤¾ समय (13 घंटे) लगता है। इस पà¥à¤² को बनाने का काम अटल बिहारी वाजपेयी के पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ रहते 2002 में शà¥à¤°à¥‚ हà¥à¤† था। लेकिन 2008 में इसे असà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ करार देते हà¥à¤ इस पर काम रोक दिया गया था, हालांकि 2010 में पà¥à¤² का काम फिर से शà¥à¤°à¥‚ कर दिया गया है। यह पà¥à¤² अब à¤à¤• नेशनल पà¥à¤°à¥‹à¤œà¥‡à¤•à¥à¤Ÿ घोषित हो चà¥à¤•à¤¾ है।