नेता जी को समà¥à¤®à¤¾à¤¨ मिले तो अखिलेश से हो सकता है समà¤à¥Œà¤¤à¤¾: शिवपाल यादव
लखनऊ.सपा के पूरà¥à¤µ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· शिवपाल यादव ने कहा कि, ''नेताजी का अपमान करने के बाद अखिलेश यादव के सारे विकास कारà¥à¤¯ धूमिल पड़ गà¤à¥¤ यदि अब à¤à¥€ नेताजी को उचित समà¥à¤®à¤¾à¤¨ मिले तो आपस में हमारा समà¤à¥Œà¤¤à¤¾ हो सकता है।'' शिवपाल ने यह बात गà¥à¤°à¥à¤µà¤¾à¤° को मलिहाबाद के कसमणà¥à¤¡à¥€ कलां गांव सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¤¦à¥€à¤ª इणà¥à¤Ÿà¤° कालेज में कही। वह यहां आम की दावत में शामिल होने आठथे।
शिवपाल ने अखिलेश को बताया घमणà¥à¤¡à¥€
- शिवपाल ने कहा- ''चाहें जितना विकास कारà¥à¤¯ करा लिया जाठमगर किसी का अपमान किया तो फिर गठकाम से। नेताजी का अपमान करने के बाद अखिलेश यादव के सारे विकासकारà¥à¤¯ धूमिल पड़ गà¤à¥¤ जिसका नतीजा ये निकला कि पारà¥à¤Ÿà¥€ को हार का सामना करना पड़ा।''
- शिवपाल ने अखिलेश यादव को घमणà¥à¤¡à¥€ बताते हà¥à¤¯à¥‡ कहा कि, ''कà¥à¤› चापलूसों और कानाफूसी करनें वाले लोगों के बहकावे में आकर उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡à¤‚ नेताजी को अपमानित कर दिया।''
- ''उनà¥à¤¹à¥‹à¤¨à¥‡à¤‚ वायदा किया था कि गत चà¥à¤¨à¤¾à¤µà¥‹à¤‚ में अगर पारà¥à¤Ÿà¥€ हारी तो वह पारà¥à¤Ÿà¥€ और सरकार की कमान नेताजी को सौंप देगें, लेकिन अà¤à¥€ तक इस ओर कोई à¤à¥€ पहल नहीं की गई। अगर अà¤à¥€ à¤à¥€ नेताजी का समà¥à¤®à¤¾à¤¨ वापस कर दिया जाठतो हमारा आपसी समà¤à¥Œà¤¤à¤¾ हो सकता है।''
- करीब सवा घणà¥à¤Ÿà¥‡ यहां रूके शà¥à¤°à¥€ यादव ने मलिहाबाद की बागों की विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ किसà¥à¤®à¥‹à¤‚ के आम का सà¥à¤µà¤¾à¤¦ लेनें के साथ ही यà¥à¤µà¤¾à¤“ं को संघष के लिठतैयार रहने की सीख दी।
शिवपाल ने की थी सेकà¥à¤²à¤° फà¥à¤°à¤‚ट लॉनà¥à¤š करने की घोषणा
- बता दें, शिवपाल यादव ने 31 मई को समाजवादी सेकà¥à¤²à¤° फà¥à¤°à¤‚ट को लॉनà¥à¤š करने की बात की थी। इसके लिठउनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने 6 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ को समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ à¤à¥€ बà¥à¤²à¤¾à¤¨à¥‡ का à¤à¤²à¤¾à¤¨ किया था।
- शिवपाल ने कहा था, "समाजवादी सेकà¥à¤²à¤° फà¥à¤°à¤‚ट की पूरी तैयारी हो चà¥à¤•à¥€ है, 6 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ को समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ के दौरान इसका à¤à¤²à¤¾à¤¨ किया जाà¤à¤—ा। इसमें 1 लाख लोग आà¤à¤‚गे। सà¤à¥€ पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ समाजवादी à¤à¥€ आà¤à¤‚गे। अà¤à¥€ ये समाजवादियों का मोरà¥à¤šà¤¾ है। चà¥à¤¨à¤¾à¤µ के बारे में फैसला नेता जी लेंगे। इस मोरà¥à¤šà¥‡ की खास बात ये होगी कि इसमें अहसान फरामोशों की इंटà¥à¤°à¥€ नहीं होगी। नया ऑफिस वहीं होगा, जहां हम रहेंगे और जहां नेता जी कहेंगे। नेताजी जहां रà¥à¤• जाते हैं, वहीं से समाजवाद की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ होती है।"
कब बनी थी समाजवादी पारà¥à¤Ÿà¥€?
- मà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤® सिंह ने 1992 में समाजवादी पारà¥à¤Ÿà¥€ बनाई थी। इसके बाद वे तीन बार कà¥à¤°à¤®à¤¶à¤ƒ 5 दिसंबर 1989 से 24 जनवरी 1991 तक, 5 दिसंबर 1993 से 3 जून 1996 तक और 29 अगसà¥à¤¤ 2003 से 11 मई 2007 तक यूपी के सीà¤à¤® रहे।
- इसके अलावा, केंदà¥à¤° की संयà¥à¤•à¥à¤¤ मोरà¥à¤šà¤¾ सरकार में वे रकà¥à¤·à¤¾ मंतà¥à¤°à¥€ à¤à¥€ रह चà¥à¤•à¥‡ हैं। यूपी में उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ यादव समाज के सबसे बड़े नेता के रूप में जाना जाता है।
यूपी विधानसà¤à¤¾ चà¥à¤¨à¤¾à¤µ से पहले पारà¥à¤Ÿà¥€ में हà¥à¤ˆ थी फूट
# जून 2016
- सपा में पिछले साल जून में उस वकà¥à¤¤ विवाद शà¥à¤°à¥‚ हà¥à¤†, जब बाहà¥à¤¬à¤²à¥€ मà¥à¤–à¥à¤¤à¤¾à¤° अंसारी के कौमी à¤à¤•à¤¤à¤¾ दल के सपा में विलय को लेकर अखिलेश राजी नहीं थे। इसके बावजूद शिवपाल और मà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤® सिंह ने अंसारी की पारà¥à¤Ÿà¥€ को सपा में विलय करा लिया।
# जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ 2016
- जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ में जब अखिलेश-शिवपाल के बीच तनातनी बढ़ने लगी तो मà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤® ने à¤à¤• बयान में कहा- "इलेकà¥à¤¶à¤¨ के बाद पारà¥à¤Ÿà¥€ विधायक तय करेंगे कि सीà¤à¤® कौन बनेगा। शिवपाल ने कहा- मैं लिखकर देता हूं कि सीà¤à¤® अखिलेश ही होंगे।"
- शिवपाल ने à¤à¤• बयान में कहा- "कà¥à¤› लोगों को सतà¥à¤¤à¤¾ विरासत में मिल जाती है, कà¥à¤› की जिंदगी सिरà¥à¤« मेहनत करते गà¥à¤œà¤° जारी है।"
- इसके बाद मà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤® ने कहा- "शिवपाल ने जो पारà¥à¤Ÿà¥€ के लिठकिया है, वो कोई नहीं कर सकता।"
# अकà¥à¤Ÿà¥‚बर 2016
- अकà¥à¤Ÿà¥‚बर में अखिलेश ने शिवपाल और उनके समरà¥à¤¥à¤• चार मंतà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को बरà¥à¤–ासà¥à¤¤ कर दिया। अमर सिंह का नाम लिठबिना उन पर दखलनà¥à¤¦à¤¾à¤œà¥€ के आरोप लगाà¤à¥¤ हालांकि, मà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤® के कहने पर इन सà¤à¥€ की कैबिनेट में वापसी हो गई।
# नवंबर 2016
- नवंबर में अखिलेश ने à¤à¤• तरह से शिवपाल को चैलेंज दिया। कहा- 3 नवंबर से रथ यातà¥à¤°à¤¾ निकालूंगा।
- शिवपाल का बयान आया- कारà¥à¤¯à¤•à¤°à¥à¤¤à¤¾ 5 नवंबर को होने वाले रजत जयंती समारोह पर फोकस करें।
- इसके बाद रजत जयंती समारोह में मà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤® के सामने अखिलेश-शिवपाल के समरà¥à¤¥à¤• à¤à¤¿à¤¡à¤¼à¥‡à¥¤ माइक की छीना-à¤à¤ªà¤Ÿà¥€ हà¥à¤ˆà¥¤
# दिसंबर 2016
- शिवपाल ने दिसंबर के शà¥à¤°à¥‚ में सपा कैंडिडेट की à¤à¤• लिसà¥à¤Ÿ जारी की। मरà¥à¤¡à¤° के दोषी अमनमणि तà¥à¤°à¤¿à¤ªà¤¾à¤ ी के बेटे अमरमणि को टिकट दिया गया।
- अखिलेश इससे राजी नहीं थे। इसी लिसà¥à¤Ÿ में अखिलेश के à¤à¤• करीबी का à¤à¥€ टिकट काटा गया था।
- शिवपाल ने अखिलेश के करीबी छह नेताओं को पारà¥à¤Ÿà¥€ से बाहर कर दिया। इस बीच, अखिलेश ने 235 कैंडिडेटà¥à¤¸ की अलग लिसà¥à¤Ÿ जारी कर दी। यहीं से विवाद शà¥à¤°à¥‚ हà¥à¤†à¥¤
- मामला इतना बढ़ा कि मà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤® ने अखिलेश और रामगोपाल को बाहर का रासà¥à¤¤à¤¾ दिखा दिया।
# जनवरी 2017
- रामगोपाल यादव ने 1 जनवरी को लखनऊ में सपा का राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ अधिवेशन बà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤¾, जहां अखिलेश यादव à¤à¥€ मौजूद थे। इस अधिवेशन में 3 पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µ पास हà¥à¤à¥¤
पहला पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µ- अधिवेशन में अखिलेश को पारà¥à¤Ÿà¥€ का नेशनल पà¥à¤°à¥‡à¤¸à¤¿à¤¡à¥‡à¤‚ट बनाया गया। रामगोपाल ने कहा अखिलेश को यह अधिकार है कि राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ कारà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤°à¤¿à¤£à¥€, संसदीय बोरà¥à¤¡ और पारà¥à¤Ÿà¥€ के सà¤à¥€ संगठनों का जरूरत के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤• फिर से गठन करें। इस पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µ की सूचना चà¥à¤¨à¤¾à¤µ आयोग को दी जाà¤à¤—ी।
दूसरा पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µ- मà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤® को समाजवादी पारà¥à¤Ÿà¥€ का संरकà¥à¤·à¤• बनाया गया।
तीसरा पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¤¾à¤µ- शिवपाल यादव को पारà¥à¤Ÿà¥€ के सà¥à¤Ÿà¥‡à¤Ÿ पà¥à¤°à¥‡à¤¸à¤¿à¤¡à¥‡à¤‚ट के पद से हटाया गया और अमर सिंह को पारà¥à¤Ÿà¥€ से बाहर किया गया।
- इसके बाद 2 जनवरी को मà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤®, तो 3 जनवरी को रामगोपाल पारà¥à¤Ÿà¥€ के सिंबल के लिठइलेकà¥à¤¶à¤¨ कमीशन पहà¥à¤‚चे थे।
- हालांकि, बाद में अखिलेश को ही साइकिल सिंबल मिला था।