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रायबरेली हत्याकांड मामले में योगी मंत्रिमंडल के 2 मंत्री आपस में भिड़े

लखनऊ. यूपी के सहारनपुर में दलित बनाम क्षेत्रीय संघर्ष के बाद रायबरेली में 5 लोगों की हत्या हो गई। इस मुद्दे को लेकर 3 महीने पुरानी योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल के 2 मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या व बृजेश पाठक आपस में भिड़ गए। पाठक ने मौर्या को हत्यारों का संरक्षक बता दिया है। दोनों मंत्री विधानसभा चुनाव से पहले बसपा से भाजपा में शामिल हुए थे।

मौर्या ने कहा- मरने वाले किराए के गुंडे थे...
- श्रम व सेवायोजन विभाग के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्या ने कहा, ''जो मारे गए वो किराए के गुंडे थे। उनपर अलग-अलग थानों में केस दर्ज है। ग्रामीणों ने जिनको पीट-पीटकर या जलाकर मार डाला, वो गुंडे थे। जो प्रतापगढ़ और फतेहपुर से आए थे।''
- ''जिनके खिलाफ थानों में अपराधिक मुकदमें दर्ज हैं। यह सभी प्रधान की हत्या करने आए थे। गांव के लोगों ने मार दिया। मारे गए गुंडों को शहीद बताया जा रहा है। इसको लेकर सपा और कांग्रेस राजनीति कर रही है। ब्राह्मणों की हत्या नहीं हुई अपराधियों की हत्या हुई।''
मंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा- नरसंहार के आरोपियों को संरक्षण देना गलत है।
- योगी सरकार के विधि व न्याय विभाग के कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक ने स्वामी प्रसाद के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा, ''अपराधी को संरक्षण देने वाले बख्शे नहीं जाएंगे। नरसंहार के आरोपियों को संरक्षण देना गलत है।''
कहा- ''स्वामी के बयान को पुलिस संज्ञान में ले। हालांकि ऊपर तक पैठ बनाने वाले अपराधि‍यों को बख्शा नहीं जाएगा।

गर्वनर से की मुलाकात
- रायबरेली से लोकसभा उम्मीदवार रहे अधिवक्ता अजय अग्रवाल ने इस मुद्दे पर रविवार को गर्वनर राम नाईक से मुलाकात की। उन्होंने 26 जून की शाम को रायबरेली के ऊंचाहार तहसील के अप्टा गांव में हुए 5 लोगों की हत्या मामले में सीबीआई जांच की मांग की है।
- हत्या का आरोप गांव के यादव परिवार पर है। अग्रवाल ने राज्यपाल को सौंपे ज्ञापन में बताया है कि हत्याकांड होने के बाद विपक्षी विधायक व अन्य नेता आपस में एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाकर इसको एक वर्ग संघर्ष का रूप देना चाहते है।
MLA ने ये कहा
- क्षेत्रीय विधायक व पूर्व मंत्री मनोज कुमार पांडेय ने कहा, ''सामूहिक हत्या की पुलिस जांच कर रही है। ऐसे में राज्य सरकार के एक मंत्री मारे गए युवकों को शूटर ठहराकर न सिर्फ जांच प्रभावित करने का प्रयास कर रहे है बल्कि झूठ के जरिए पीड़ित परिवार को लांक्षित करने का प्रयास कर रहें हैं।
- रविवार को ही लखनऊ में ब्राह्मण समुदाय के सैकड़ों लोगों ने सड़क पर लेट कर प्रदर्शन किया। विधान सभा का घेराव की भी कोशिश की। यह स्वामी प्रसाद मौर्या को मंत्री पद से हटाने की भी मांग की है। 8 दिनों में अगर कार्रवाई न होने पर प्रदेश स्तर पर आंदोलन की चेतावनी दी है।

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