राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में गौशाला पर आफत की बरसात, 615 गायों की मौत
राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के जालौर में बरसात गोवंश पर आफत बन कर टूटी है. तीन दिन पहले हà¥à¤ˆ मूसलाधार बारिश से उफने पानी में 615 गायों की मौत हो गई. पानी में डूबने से हà¥à¤ˆ ये मौतें विशà¥à¤µ की सबसे बड़े माने जाने वाले गोधाम पथमेड़ा और इससे जà¥à¤¡à¤¼à¥€ शाखाओं में हà¥à¤ˆà¤‚. यहां करीब 200 गाय मरणासनà¥à¤¨ हालत में हैं जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ बचाने के लिठगà¥à¤µà¤¾à¤²à¥‡, पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन के लोग और संनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥€ जी-तोड़ कोशिश कर रहे हैं. सरकार के पकà¥à¤· से थोड़ी बहà¥à¤¤ जो मदद पहà¥à¤‚ची है उसे ऊंट के मà¥à¤‚ह में जीरा ही कहा जा सकता है. गोवंश के लिठदवाइयों और पौषà¥à¤Ÿà¤¿à¤• आहार की à¤à¤¾à¤°à¥€ किलà¥à¤²à¤¤ महसूस की जा रही है.
पशà¥à¤šà¤¿à¤® राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ में आसमान से कहर बन कर आई बरसात ने इनसान का जीवन तो मà¥à¤¶à¥à¤•à¤¿à¤² किया ही लेकिन पथमेड़ा के गोवंश के लिठतो ये मौत का सैलाब लेकर आई. पांचला बांध टूटने से गोधाम पथमेड़ा में तेज वेग से पानी का बहाव पहà¥à¤‚चा. सैकड़ों गायों की पानी में डूबने से मौत हो गई. जगह-जगह पानी में गायों के शव बहते देखे जा सकते हैं. गोवंश पर आई इस विपदा को लेकर सरकार की जब तक नींद टूटी तब तक बहà¥à¤¤ देर हो चà¥à¤•à¥€ थी. सरकार ने गायों के नाम पर मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯ बेशक बनाया हो लेकिन बाढ़ में फंसे गोवंश को तà¥à¤µà¤°à¤¿à¤¤ राहत पहà¥à¤‚चाने में नाकाम रही.
पथमेड़ा गोशाला और इससे जà¥à¤¡à¤¼à¥€ शाखाओं में करीब पचास हजार गोवंश à¤à¤• साथ रहता है. 25 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ को à¤à¤¸à¥€ तूफानी बरसात हà¥à¤ˆ कि पूरा कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° पानी में डूब गया. गायें इधर-उधर à¤à¤¾à¤—ने लगीं. कई गायें डूब à¤à¥€ गईं. सबसे जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ आफत बूढ़ी और बीमार गायों पर टूटी जो चलने फिरने में असमरà¥à¤¥ थीं. अचानक आई इस आपदा में गायों को बचाने के लिठकोई संसाधन मौजूद नहीं थे. à¤à¤¸à¥€ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में लोगों पर अपनी जान पर बन आई थी तो वो गायों को बचाते à¤à¥€ तो बचाते कैसे?
बताया जा रहा है कि गोधाम में 615 गायों की मौत हà¥à¤ˆ. तीन दिन बीतने के बाद à¤à¥€ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में पानी नहीं उतरा है. कई जगह गायें अब à¤à¥€ फंसी हà¥à¤ˆ है. ये गाय बीमार हैं या उठने में असमरà¥à¤¥ होने की वजह से à¤à¤• ही जगह पर बैठी हैं. à¤à¤¸à¥€ 200 गायों को बचाने की कोशिशें की जा रही है. गौ-सेवक दिनेश पà¥à¤°à¥‹à¤¹à¤¿à¤¤ का कहना है कि अचानक इतना पानी à¤à¤° गया कि हम कà¥à¤› कर पाते इससे पहले सब कà¥à¤› बरà¥à¤¬à¤¾à¤¦ हो गया.
कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में तीन दिन बाद पहà¥à¤‚चे पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ के लोग मरी हà¥à¤ˆ गायों को गडà¥à¤¢à¥‡ खोद कर दबा रहे हैं. ये कवायद संकà¥à¤°à¤®à¤£ को फैलने से रोकने के लिठकी जा रही है.
पथमेड़ा के गोविंद वलà¥à¤²à¤ जी महाराज का कहना है कि हमारे पास मदद काफी देर से पहà¥à¤‚ची. पानी की वजह से ये इलाका पूरी तरह से कट गया था. तीन दिन तक हमारे पास गोवंश को खिलाने के लिठकà¥à¤› à¤à¥€ नहीं था. गोधाम की ओर से लोगों से अपील की गई है कि गोवंश पर आई विपदा की इस घड़ी में मदद के लिठआगे आà¤à¤‚.
सिरोही जिले के केसà¥à¤† गांव में नंदगांव गोशाला से à¤à¥€ 200 गायों के मरने की जानकारी सामने आई है. ये गोशाला à¤à¥€ पथमेड़ा गोधाम से जà¥à¤¡à¤¼à¥€ है. इस गोशाला में गायों के रहने की जगह ही मिटà¥à¤Ÿà¥€ के कटाव में कट गई. बची हà¥à¤ˆ गायों को किसी तरह सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ जगह पहà¥à¤‚चाया गया.
गोवंश की इतनी बड़ी हानि पर राजनीति à¤à¥€ शà¥à¤°à¥‚ हो गई है. राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ के पूरà¥à¤µ मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ अशोक गहलोत ने इस मामले में वसà¥à¤‚धरा राजे सरकार पर निशाना साधा है. इस बीच, राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ सरकार के दो मंतà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚- राजेंदà¥à¤° राठौड़ और कमसा मेघवाल ने गोशालाओं में पहà¥à¤‚च कर सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ की जानकारी ली.