जानवरों को अपना दूध पिलाती हैं यहाठकी महिलाà¤à¤‚, खातà¥à¤®à¥‡ के कगार पर है जनजाति
पूरà¥à¤µà¥€ बà¥à¤°à¤¾à¤œà¥€à¤² के पास अमेजन के घने जंगलों में à¤à¤• जनजाति बेहद अजीबोगरीब तरीके से रहती है। इस जनजाति के लोगों का जानवरों के साथ अनोखा रिशà¥à¤¤à¤¾ है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं इन टà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤¬à¤² लोगों की लाइफ।
इस जनजाति को आवा जनजाति के नाम से जाना जाता है। हाल ही में à¤à¤• फोटोगà¥à¤°à¤¾à¤«à¤° ने इस जनजाति की दिलचसà¥à¤ª अवाम खूबसूरत फोटोज कैद की हैं। यहां रहने वाली जनजाति जानवरों से इतनी घà¥à¤²à¥€ मिली है कि औरतें जानवरों को अपना दूध तक पिलाती हैं। जानवर à¤à¥€ इसके बदले जनजाति की मदद करते हैं और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ ऊंचे पेड़ों से फल तोड़कर देते हैं।
आज से करीब 500 साल पहले जहां इस जनजाति की संखà¥à¤¯à¤¾ कई हजार थी, वहीं अब सिरà¥à¤« 500 बचे हैं। इनके कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में बाहरी इंसानों के दखल से जनजाति की जिंदगी काफी पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ हà¥à¤ˆ है। ये लोग पूरी तरह जंगल पर निरà¥à¤à¤° होकर जिंदगी जीते हैं। कई जगहों पर इनकी जमीन पर à¤à¥€ अवैध कबà¥à¤œà¤¾ कर लिया गया है।
जनजाति के लोग जानवरों को पालते हैं बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ की तरह
आवा जनजाति जानवरों को अपने परिवार के साथ पालती हैं। महिलाà¤à¤‚ गिलहरी सहित कई जानवरों को दूध पिलाती हैं। महिलाà¤à¤‚ किसी बचà¥à¤šà¥‡ की तरह जानवर के बड़े होने तक दूध पिलाना पसंद करती हैं।
डोनेनिको पà¥à¤—लीज ने कैद की आवा जनजाति की फोटोज
डेली मेल की à¤à¤• रिपोरà¥à¤Ÿ के मà¥à¤¤à¤¾à¤¬à¤¿à¤•, आवा जनजाति पर पूरी तरह खतà¥à¤® होने का गहरा संकट मंडरा रहा है। फोटोगà¥à¤°à¤¾à¤«à¤° डोनेनिको पà¥à¤—लीज ने बताया कि वे बहà¥à¤¤ किसà¥à¤®à¤¤à¥€ थे कि उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ इस जनजाति की तसà¥à¤µà¥€à¤°à¥‡à¤‚ कैद करने का मौका मिला, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि बहà¥à¤¤ कम लोगों को इस जनजाति के करीब जाने का अब तक मौका मिला है।