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हर आपात स्थिति को ध्यान में रखकर कोविड मरीजों के इलाज के पुख्ता इंतजाम रहें –तोमर

ग्वालियर ।हर आपात स्थिति को ध्यान में रखकर कोविड संक्रमित मरीजों के इलाज के लिये अस्पतालों में ऑक्सीजन सहित पर्याप्त बैड की व्यवस्था रहे। साथ ही कोविड के इलाज के लिये चिन्हित सभी सरकारी अस्पतालों में प्रशिक्षित पैरामेडीकल स्टाफ की कमी न रहे, इसके भी पहले से ही पर्याप्त इंतजाम किए जाएँ। यह निर्देश ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने दिए। श्री तोमर कोविड संक्रमित मरीजों के इलाज के लिये जिले में किए गए इंतजामों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कोविड के लिये चिन्हित अस्पतालों में केवल बैड ही नहीं ऑक्सीमीटर, ऑक्सीजन, वेंटीलेटर सहित कोविड के इलाज से संबंधित पर्याप्त दवाएँ भी हर समय उपलब्ध रहें।    

 à¤°à¤µà¤¿à¤µà¤¾à¤° को यहाँ मोतीमहल स्थित मानसभागार में आयोजित हुई वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक में ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने भोपाल में वरिष्ठ अधिकारियों से मोबाइल फोन से चर्चा कर सुपर स्पेशिलिटी सहित जेएएच की अन्य इकाईयों में कोविड संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए आउटसोर्स के जरिए अतिरिक्त पैरामेडीकल स्टाफ तैनात करने की मंजूरी भी दिलाई। समीक्षा के दौरान यह बात सामने आई थी कि जेएएच में प्रतिदिन औसतन लगभग दो से ढ़ाई हजार मरीजों की ओपीडी रहती है। इस बार जेएएच में कोविड के इलाज के साथ-साथ समानांतर रूप से अन्य बीमारियों से ग्रसित मरीजों का इलाज भी किया जा रहा है। इस वजह से पैरामेडीकल स्टाफ में 100 कर्मचारियों की जरूरत पड़ रही है। मंत्री श्री तोमर से भोपाल में हुई चर्चा के बाद तय किया गया कि जेएएच के अधीक्षक आउटसोर्स से इन कर्मचारियों को नियुक्त करने के लिये भोपाल प्रस्ताव भेजें। इस प्रस्ताव को तत्काल मंजूरी दी जायेगी। तब तक जिला कलेक्टर एक महीने के लिये अपने स्तर से शासन निर्देशों के तहत आउटसोर्स से स्टाफ रखने की अनुमति जारी करेंगे, जिससे कोविड मरीजों के इलाज में कठिनाई न आए। 

 à¤¬à¥ˆà¤ à¤• में संभाग आयुक्त श्री आशीष सक्सेना, पुलिस महानिरीक्षक श्री अविनाश शर्मा, कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह, पुलिस अधीक्षक श्री अमित सांघी, नगर निगम आयुक्त श्री शिवम वर्मा, जेएएच के अधीक्षक डॉ. आरकेएस धाकड़, स्मार्ट सिटी की सीईओ श्रीमती जयति सिंह, संभागीय उपायुक्त राजस्व श्री आर पी भारती, अपर कलेक्टर श्री टी एन सिंह व श्री रिंकेश वैश्य तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनीष शर्मा सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे। 

 

ऑक्सीजन का पर्याप्त भण्डारण रहे 

 à¤Šà¤°à¥à¤œà¤¾ मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने जोर देकर कहा कि कोरोना मरीजों के इलाज के लिये ऑक्सीजन की कमी कदापि नहीं पड़ना चाहिए। इसके लिए ऑक्सीजन उत्पादन इकाईयों से सतत संपर्क रखकर पहले से ही ऑक्सीजन का पर्याप्त भण्डारण रखें। उन्होंने कहा इस संबंध में वे स्वयं भी ऑक्सीजन उत्पादन इकाईयों से बात करेंगे। 

कंट्रोल कमाण्ड सेंटर में रात में कम से कम दो चिकित्सकों की ड्यूटी रहे 

 à¤¹à¥‹à¤® आईसोलेशन में स्वास्थ्य लाभ ले रहे कोरोना मरीजों को प्रॉपर चिकित्सकीय सलाह और दवाएँ उपलब्ध कराने पर जोर देते हुए ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि कंट्रोल एण्ड कमाण्ड सेंटर में रात के समय कम से कम दो चिकित्सकों की ड्यूटी लगाएँ, जिससे सभी मरीजों को जल्द से जल्द डॉक्टर्स की सलाह मिल सके। 

सरकारी एवं निजी अस्पतालों में उपलब्ध बैड की जानकारी ली 

 à¤•à¥‹à¤°à¥‹à¤¨à¤¾ संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए जिले के सरकारी व निजी अस्पतालों में उपलब्ध बैड की जानकारी भी बैठक में ऊर्जा मंत्री द्वारा ली गई। कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने जानकारी दी कि सरकारी अस्पतालों में 623 ऑक्सीजन व 247 आईसीयू बैड सहित कुल 1370 बैड उपलब्ध हैं। साथ ही निजी अस्पतालों में ऑक्सीजनयुक्त व आईसीयू बैडों को मिलाकर 842 बैड वर्तमान में उपलब्ध हैं। इस प्रकार कुल मिलाकर 2212 बैड हर समय तैयार हैं, जिनकी संख्या जरूरत पड़ने पर तत्काल 2800 तक बढ़ाई जा सकती है। कलेक्टर ने जानकारी दी कि इसके अलावा जिले में संचालित नर्सिंग कॉलेज में भी जरूरत पड़ने पर पर्याप्त संख्या में ऑक्सीजनयुक्त बैड कोरोना मरीजों के इलाज के लिये उपलब्ध हैं। जिन्हें जरूरत पड़ने पर तत्काल उपयोग में लाया जा सकता है। 

बैठक की अन्य खास बातें एवं निर्देश 

 कोरोना संक्रमित मरीजों के घर में अन्य सदस्यों को खासतौर पर आयुष काढ़ा मुहैया कराएँ। 

 हजीरा अस्पताल में जल्द से जल्द ऑक्सीजन सिस्टम लगाकर बैड तैयार कराएँ। यहाँ पर कोरोना मरीजों के इलाज के लिये 100 बैड होंगे तैयार । 

 निजी अस्पतालों से कहें आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के मरीजों के इलाज में विशेष रियायत दी जाए। 

 ऐसे निजी अस्पतालों में कोरोना संक्रमित मरीजों को भर्ती न किया जाए जहाँ उनके लिये अलग से प्रवेश व निकासी द्वार सहित पृथक से वार्ड की व्यवस्था संभव न हो। 

 केवल लॉकडाउन कोरोना महामारी का समाधान नहीं है। इसलिये लोगों को मास्क लगाने, सुरक्षित दूरी बनाए रखने, नियमित रूप से हाथ धोने व सेनेटाइज करने के लिये प्रेरित करें। 

 ऊर्जा मंत्री ने कहा कि लोगों को जागरूक करने के लिये वे भी घर-घर जायेंगे। 

 शादी-विवाहों में लोगों की संख्या का निर्धारण और रात्रि में कितनी देर तक शादी समारोहों के आयोजन की अनुमति होगी, इस संबंध में क्राइसेस मैनेजमेंट ग्रुप के सुझावों के आधार पर उचित निर्णय लें। 

 कोरोना गाइडलाइन का पालन जरूर कराएँ, लेकिन किसी के साथ अमर्यादित व्यवहार न हो।

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