अटलजी ने लोगों के दिलों पर राज किया - उचà¥à¤š शिकà¥à¤·à¤¾ मंतà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ पवैया
गà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤¯à¤° 16 सितमà¥à¤¬à¤° 2018/ अटलजी यà¥à¤— पà¥à¤°à¥‚ष थे। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सà¤à¥€ के दिलों को जीता।
सदियों में à¤à¤¸à¥‡ विरले वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ पैदा होते हैं। गà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤¯à¤° में पले-बà¥à¥‡ इस लाल ने पूरी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾
à¤à¤° में गà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤¯à¤° का नाम रोशन किया। यह बात उचà¥à¤š शिकà¥à¤·à¤¾ à¤à¤µà¤‚ लोक सेवा पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन मंतà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€
जयà¤à¤¾à¤¨ सिंह पवैया ने पूरà¥à¤µ पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ à¤à¤¾à¤°à¤¤ रतà¥à¤¨ सà¥à¤µ. अटल बिहारी वाजपेयी की पà¥à¤°à¤¥à¤®
मासिक पà¥à¤£à¥à¤¯à¤¤à¤¿à¤¥à¤¿ पर आयोजित हà¥à¤ कवि समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ में शà¥à¤°à¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करते हà¥à¤ कही।
सà¥à¤µ. अटलजी को कावà¥à¤¯à¤¾à¤‚जलि अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करने के लिये शनिवार की शाम हजीरा चौक
पर कवि समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ आयोजित हà¥à¤†à¥¤ यह कवि समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ उचà¥à¤š शिकà¥à¤·à¤¾ à¤à¤µà¤‚ लोक सेवा पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन
मंतà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ जयà¤à¤¾à¤¨ सिंह पवैया की पहल पर आयोजित किया गया। कवि समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ में हासà¥à¤¯-
वà¥à¤¯à¤‚ग और ओज के लबà¥à¤§ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ित कविगणों ने सà¥à¤µ. अटलजी को कावà¥à¤¯à¤¾à¤‚जलि अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ की।
उचà¥à¤š शिकà¥à¤·à¤¾ मंतà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ पवैया ने शà¥à¤°à¥ƒà¤¦à¥à¤§à¤¾à¤‚जलि अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करते हà¥à¤ कहा कि अटलजी ने
पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ पद की गरिमा बà¥à¤¾à¤ˆà¥¤ उनका वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ दिखने में हिमालय जैसा मगर उनका
हृदय समà¥à¤¦à¥à¤° जैसा तरल था। अटलजी कवि के रूप में बस में बैठकर शांति का संदेश लेकर
पाकिसà¥à¤¤à¤¾à¤¨ गठतो कà¥à¤¶à¤² और कठोर शासक के रूप में पाक को मà¥à¤à¤¹à¤¤à¥‹à¥œ जवाब देकर
कारगिल में विजयशà¥à¤°à¥€ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ की। उनके नाम से दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤à¤° में गà¥à¤µà¤¾à¤²à¤¿à¤¯à¤° का मसà¥à¤¤à¤• ऊà¤à¤šà¤¾ हो
जाता है।
देश के सà¥à¤µà¤¿à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤¤ हासà¥à¤¯-वà¥à¤¯à¤‚ग के कवि शà¥à¤°à¥€ पà¥à¤°à¤¦à¥€à¤ª चौबे, ओज के पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ित कवि शà¥à¤°à¥€
कमलेश शरà¥à¤®à¤¾, गीतकार पं. रामपà¥à¤°à¤•à¤¾à¤¶ अनà¥à¤°à¤¾à¤—ी तथा सरà¥à¤µà¤¶à¥à¤°à¥€ अनिल
सà¥à¤°à¥‡à¤¶ तà¥à¤°à¤¿à¤ªà¤¾à¤ ी निराला ने अटलजी की सà¥à¤®à¥ƒà¤¤à¤¿ में कावà¥à¤¯à¤ªà¤¾à¤ किया।
इस अवसर पर कवि हृदय अटलजी की अमर रचनाओं को उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ के सà¥à¤µà¤° में सà¥à¤¨à¤¾à¤¨à¥‡
के लिठà¤à¤²à¤ˆà¤¡à¥€ सà¥à¤•à¥à¤°à¥€à¤¨ à¤à¥€ लगाई गईं थी। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में नगर निम सà¤à¤¾à¤ªà¤¤à¤¿ शà¥à¤°à¥€ राकेश
माहौर सहित अनà¥à¤¯ जनपà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿à¤—ण à¤à¤µà¤‚ सामाजिक संगठनों के पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿à¤—णों ने सà¥à¤µ.
अटलजी को पà¥à¤·à¥à¤ªà¤¾à¤‚जलि अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ की। कवि समà¥à¤®à¥‡à¤²à¤¨ में बड़ी संखà¥à¤¯à¤¾ में कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥€à¤¯ नागरिक मौजूद
थे।