मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ निवास पर मनाया गया कà¥à¤°à¤¿à¤¸à¤®à¤¸ समारोह, कैरोल संगीत से गूà¤à¤œ उठा पà¥à¤°à¤¾à¤‚गण
अà¤à¥‚तपूरà¥à¤µ विकास करने के लिये मसीह समाज ने किया मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ चौहान का समà¥à¤®à¤¾à¤¨
पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠके संदेश से मिलेगा मानवता को मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤¨ – शà¥à¤°à¥€ चौहान
सरà¥à¤µà¤§à¤°à¥à¤® समà¤à¤¾à¤µ की परंपरा को आगे बà¥à¤¾à¤¤à¥‡ हà¥à¤ आज यहाठमà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ निवास पर पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠके जनà¥à¤®à¤¦à¤¿à¤¨ कà¥à¤°à¤¿à¤¸à¤®à¤¸ समारोह पारंपरिक उतà¥à¤¸à¤¾à¤¹ के साथ मनाया गया। कैरोल संगीत से मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ निवास पà¥à¤°à¤¾à¤‚गण गूà¤à¤œ उठा।
मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कà¥à¤°à¤¿à¤¸à¤®à¤¸ पà¥à¤°à¥‡à¤®, शांति और कà¥à¤·à¤®à¤¾ का संदेश देता है। इसी संदेश से मानवता को मारà¥à¤—दरà¥à¤¶à¤¨ मिलेगा। पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠकी शिकà¥à¤·à¤¾à¤“ं से अशांति à¤à¤µà¤‚ आतंकवाद जैसी कà¥à¤°à¥€à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤ खतà¥à¤® होंगी।
शà¥à¤°à¥€ चौहान ने कहा कि पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠने सेवा करने की शिकà¥à¤·à¤¾ दी। सेवा ही सबसे बड़ा धरà¥à¤® है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने नरà¥à¤®à¤¦à¤¾ सेवा यातà¥à¤°à¤¾ की चरà¥à¤šà¤¾ करते हà¥à¤¯à¥‡ मसीह समाज से परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ बचाने और नरà¥à¤®à¤¦à¤¾ संरकà¥à¤·à¤£ के इस अà¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨ से जà¥à¥œà¤¨à¥‡ का आगà¥à¤°à¤¹ किया। शà¥à¤°à¥€ चौहान ने सà¤à¥€ को कà¥à¤°à¤¿à¤¸à¤®à¤¸ à¤à¤µà¤‚ नववरà¥à¤· की बधाई दी। अà¤à¥‚तपूरà¥à¤µ विकास कारà¥à¤¯ करने के लिठमसीह समाज की ओर से सà¤à¥€ बिशप और पॉशà¥à¤šà¤° ने मà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ को समà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¿à¤¤ किया।
à¤à¥‹à¤ªà¤¾à¤² आरà¥à¤šà¤¬à¤¿à¤¶à¥‰à¤ª शà¥à¤°à¥€ लियो कारà¥à¤¨à¥‡à¤²à¤¿à¤“ ने कहा कि कà¥à¤°à¤¿à¤¸à¤®à¤¸ शांति और पà¥à¤°à¥‡à¤® का तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° है। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने सà¤à¥€ धरà¥à¤®à¥‹ के तà¥à¤¯à¥Œà¤¹à¤¾à¤° मनाने की परंपरा शà¥à¤°à¥‚ करने के लिठमà¥à¤–à¥à¤¯à¤®à¤‚तà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ चौहान की सराहना करते हà¥à¤ कहा कि à¤à¤¸à¤¾ उदाहरण देश में अनà¥à¤¯à¤¤à¥à¤° नहीं मिलता। उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने कहा कि सांसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿à¤• विविधता à¤à¤¾à¤°à¤¤ की विशेषता है। इसके बिना देश आगे नहीं बॠसकता। सोचने, बोलने और करने में à¤à¤• रूपता होने से पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨à¤¤à¤¾ आती है।
सà¥à¤•à¥‚ली बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ ने पà¥à¤°à¤à¥ यीशॠकी शिकà¥à¤·à¤¾à¤“ पर आधारित नृतà¥à¤¯ नाटिकाओं की आकरà¥à¤·à¤• पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ दी।
इस अवसर पर सà¤à¥€ धरà¥à¤®à¥‹ के धरà¥à¤®à¤—à¥à¤°à¥ à¤à¤µà¤‚ उनके पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¨à¤¿à¤§à¤¿, लोक निरà¥à¤®à¤¾à¤£ मंतà¥à¤°à¥€ शà¥à¤°à¥€ रामपाल सिंह, à¤à¥‹à¤ªà¤¾à¤² आरà¥à¤šà¤¬à¤¿à¤¶à¥‰à¤ª शà¥à¤°à¥€ लियो कारà¥à¤¨à¥‡à¤²à¤¿à¤“, इंदौर के बिशप शà¥à¤°à¥€ चाको थोटà¥à¤Ÿà¥‚मरिकà¥à¤•à¤², खंडवा के बिशप शà¥à¤°à¥€ à¤.à¤. दà¥à¤°à¤¾à¤ˆà¤°à¤¾à¤œ, जबलपà¥à¤° के बिशप शà¥à¤°à¥€ जेरालà¥à¤¡ अलà¥à¤®à¥€à¤¡à¤¾, à¤à¤¾à¤¬à¥à¤† के बिशप शà¥à¤°à¥€ बेसिल à¤à¥‚रिया, मलाईकारा चरà¥à¤š के फादर चारà¥à¤²à¥à¤¸, सीà¤à¤¨à¤†à¤ˆ बिशप शà¥à¤°à¥€ पी.सी. सिंह और बड़ी संखà¥à¤¯à¤¾ में पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ à¤à¤° से आये मसीह समाज के सदसà¥à¤¯ उपसà¥à¤¥à¤¿à¤¤ थे।