दà¥à¤¶à¥à¤®à¤¨à¥‹à¤‚ से मिलेगी मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿, à¤à¤¸à¥‡ करें मां काली की उपासना
मां काली शकà¥à¤¤à¤¿ समà¥à¤ªà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯ की पà¥à¤°à¤®à¥à¤– देवी हैं. जिस तरह संहार के अधिपति शिव जी हैं उसी पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° संहार की अधिषà¥à¤ ातà¥à¤°à¥€ देवी काली हैं. शकà¥à¤¤à¤¿ के कई सà¥à¤µà¤°à¥à¤ª हैं और उनमें महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤“ं का महानतम सà¥à¤µà¤°à¥à¤ª है.
कà¥à¤² दस महाविदà¥à¤¯à¤¾ के सà¥à¤µà¤°à¥à¤ª माने गठहैं. मां काली उनमे पà¥à¤°à¤¥à¤® हैं. शà¥à¤®à¥à¤-निशà¥à¤®à¥à¤ के वध के समय मां के शरीर से à¤à¤• तेज पà¥à¤‚ज बाहर निकल गया था. फलसà¥à¤µà¤°à¥‚प उनका रंग काला पड़ गया और तà¤à¥€ से उनको काली कहा जाने लगा. इनकी पूजा उपासना से à¤à¤¯ नाश, आरोगà¥à¤¯ की पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿, सà¥à¤µà¤¯à¤‚ की रकà¥à¤·à¤¾ और शतà¥à¤°à¥à¤“ं का नियंतà¥à¤°à¤£ होता है. इनकी उपासना से तंतà¥à¤° मंतà¥à¤° के सारे असर समापà¥à¤¤ हो जाते हैं. मां काली की पूजा का उपयà¥à¤•à¥à¤¤ समय रातà¥à¤°à¤¿ काल होता है. पाप गà¥à¤°à¤¹à¥‹à¤‚, विशेषकर राहॠऔर केतॠकी शांति के लिठमां काली की उपासना अचूक होती है.
मां काली की पूजा की विशेषता और सावधानियां कà¥à¤¯à¤¾ हैं?
- मां काली की उपासना दो पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° से होती है- सामानà¥à¤¯ पूजा और तंतà¥à¤° पूजा.
- सामानà¥à¤¯ पूजा कोई à¤à¥€ कर सकता है परनà¥à¤¤à¥ तंतà¥à¤° पूजा बिना गà¥à¤°à¥ के संरकà¥à¤·à¤£ और निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶ के नहीं की जा सकती है.
- मां काली की उपासना का सबसे उपयà¥à¤•à¥à¤¤ समय मधà¥à¤¯ रातà¥à¤°à¤¿ का होता है.
- मां काली की उपासना में लाल और काली वसà¥à¤¤à¥à¤“ं का विशेष महतà¥à¤µ होता है, जो सामानà¥à¤¯à¤¤à¤ƒ इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ की जाती हैं.
- मां काली की उपासना शतà¥à¤°à¥ और विरोधी को शांत करने के लिठकरनी चाहिà¤.
- किसी के नाश अथवा मृतà¥à¤¯à¥ के लिठमां की उपासना नहीं करनी चाहिà¤.
- मां काली के मंतà¥à¤° जाप से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ इनका धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ उपयà¥à¤•à¥à¤¤ होता है.
जानें, शिव के पांच पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• और उनका महतà¥à¤µ
विरोधी या शतà¥à¤°à¥ या मà¥à¤•à¤¦à¤®à¥‡ की समसà¥à¤¯à¤¾à¤“ं से à¤à¤¸à¥‡ पाà¤à¤‚ मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿?
- मां काली के समकà¥à¤· दीपक और गà¥à¤—à¥à¤—ल की धूप जलाà¤à¤‚.
- मां को पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ में पेड़े और लौंग अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करें.
- इसके बाद "ॠकà¥à¤°à¥€à¤‚ कालिकायै नमः" का 11 माला जाप करें.
- शतà¥à¤°à¥ और मà¥à¤•à¤¦à¤®à¥‡ से मà¥à¤•à¥à¤¤à¤¿ की पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥à¤¥à¤¨à¤¾ करें.
- मंतà¥à¤° जाप के बाद 14 मिनट तक जल का सà¥à¤ªà¤°à¥à¤¶ न करें.
- ये पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— लगातार 27 रातों तक करें.
खà¥à¤¦ को सà¥à¤°à¤•à¥à¤·à¤¿à¤¤ रखने का विशेष पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤—-
- काले तिल की ढेरी पर मां काली का चितà¥à¤° या मूरà¥à¤¤à¤¿ सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करें.
- उनके सामने दीपक और गà¥à¤—à¥à¤—ल की धूप जलाà¤à¤‚.
- मां को अपनी आयॠके बराबर लौंग अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करें.
- साथ में à¤à¤• छेद वाला तामà¥à¤¬à¥‡ का सिकà¥à¤•à¤¾ à¤à¥€ अरà¥à¤ªà¤¿à¤¤ करें.
- मां के समकà¥à¤· "कà¥à¤°à¥€à¤‚ हà¥à¤°à¥€à¤‚ काली हà¥à¤°à¥€à¤‚ कà¥à¤°à¥€à¤‚ सà¥à¤µà¤¾à¤¹à¤¾" का 27 माला जाप करें.
- इसके बाद छेद वाले तामà¥à¤¬à¥‡ के सिकà¥à¤•à¥‡ को लाल धागे में डालकर गले में धारण करें.
- आप हर पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤° के तंतà¥à¤°-मंतà¥à¤°, दà¥à¤°à¥à¤˜à¤Ÿà¤¨à¤¾ और गà¥à¤°à¤¹ बाधा से बचे रहेंगे.