रावण दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ रचित वे अचूक मंतà¥à¤° जिनके जाप से बदल जाता वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ का à¤à¤¾à¤—à¥à¤¯
रामायण कथा के अहम किरदारों में à¤à¤• है रावण। रावण का किरदार à¤à¤²à¥‡ ही नकारातà¥à¤®à¤• हो, लेकिन इस तथà¥à¤¯ से कोई इनकार नहीं कर सकता कि वह à¤à¤• पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤£à¥à¤¡ विदà¥à¤µà¤¾à¤¨ था। रावण शिव का परम à¤à¤•à¥à¤¤ था। उसने शिव की सà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ में शिव तांडव सà¥à¤¤à¥‹à¤¤à¥à¤° की रचना की थी।पà¥à¤°à¤¾à¤¤à¤ƒ काल सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ करके बड़गद के पेड़ के नीचे आसान बिछाकर 'ॠहà¥à¤°à¥€à¤‚ शà¥à¤°à¥€à¤‚ कà¥à¤²à¥€à¤‚ नम: धà¥à¤µ: धà¥à¤µ: सà¥à¤µà¤¾à¤¹à¤¾' इस मंतà¥à¤° का 1100 बार जप करें। जप के लिठरà¥à¤¦à¥à¤°à¤¾à¤•à¥à¤· की माला का उपायोग करना चाहिà¤à¥¤ कहते हैं 21 दिनों तक à¤à¤¸à¤¾ करने से मंतà¥à¤° सिदà¥à¤§ हो जाता है और धन पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ के रासà¥à¤¤à¥‡ खà¥à¤² जाते हैं।