à¤à¤—वान विषà¥à¤£à¥ का ये आसान सा मंतà¥à¤°, दूर करेगा तनाव
गà¥à¤°à¥à¤µà¤¾à¤° के दिन जगत के पालनकरà¥à¤¤à¤¾ और तà¥à¤°à¤¿à¤¦à¥‡à¤µà¥‹à¤‚ में से à¤à¤• à¤à¤—वान शà¥à¤°à¥€ हरि विषà¥à¤£à¥ की अराधना की जाती है. इस दिन à¤à¤—वान विषà¥à¤£à¥ की विधि-विधान से पूजा करने वाले वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ की सारी मनोकामनाà¤à¤‚ पूरà¥à¤£ होती हैं.
लेकिन अगर आप तनाव में रहते हैं और इससे निकलने का कोई रासà¥à¤¤à¤¾ नजर नहीं आ रहा है तो शà¥à¤°à¥€ हरि की शरण लें.
कृपा पाने के लिठखासतौर पर विषà¥à¤£à¥ गायतà¥à¤°à¥€ मंतà¥à¤° महामंतà¥à¤° माना गया है. कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि जगतजननी गायतà¥à¤°à¥€ की 24 देवशकà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में à¤à¤—वान विषà¥à¤£à¥ à¤à¤• हैं.
इसके सà¥à¤®à¤°à¤£ मातà¥à¤° से सारे कारà¥à¤¯ बाधा, दà¥:ख व संताप दूर हो जाते हैं. जानिठयह विषà¥à¤£à¥ गायतà¥à¤°à¥€ मंतà¥à¤° और विषà¥à¤£à¥ पूजा की आसान विधि...
सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ के बाद घर के देवालय में पीले या केसरिया वसà¥à¤¤à¥à¤° पहन शà¥à¤°à¥€à¤¹à¤°à¤¿ विषà¥à¤£à¥ की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤®à¤¾ को गंगाजल सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ के बाद केसर चंदन, सà¥à¤—ंधित फूल, तà¥à¤²à¤¸à¥€ की माला, पीतामà¥à¤¬à¤°à¥€ वसà¥à¤¤à¥à¤° कलेवा, फल चढ़ाकर पूजा करें. à¤à¤—वान विषà¥à¤£à¥ को केसरिया à¤à¤¾à¤¤, खीर या दूध से बने पकवान का à¤à¥‹à¤— लगाà¤à¤‚.
धूप व दीप जलाकर पीले आसन पर बैठतà¥à¤²à¤¸à¥€ की माला से नीचे लिखे विषà¥à¤£à¥ गायतà¥à¤°à¥€ मंतà¥à¤° की 1, 3, 5, 11 माला का पाठयश, पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ा व उनà¥à¤¨à¤¤à¤¿ की कामना से करें...
ऊठनारायणाय विदà¥à¤®à¤¹à¥‡à¥¤
वासà¥à¤¦à¥‡à¤µà¤¾à¤¯ धीमहि।
तनà¥à¤¨à¥‹ विषà¥à¤£à¥ पà¥à¤°à¤šà¥‹à¤¦à¤¯à¤¾à¤¤à¥à¥¤à¥¤
पूजा व मंतà¥à¤° जप के बाद विषà¥à¤£à¥ धूप, दीप व कपूर आरती कर देव सà¥à¤¨à¤¾à¤¨ कराया जल यानी चरणामृत व पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤¦ गà¥à¤°à¤¹à¤£ करें